सिंगरौली. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में सिंगरौली (Singrauli) जिले के सरई थाने के तिनगुड़ी चौकी अन्तर्गत एक युवक की 10 दिन पहले धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गई थी। मृतक युवक के परिजन हत्या की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच कराने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट कार्यालय (Collectorate Office) के सामने पिछले छह दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं। परिजनों के साथ करीब 50 ग्रामीण भी अनशन में शामिल हैं।
24-25 दिसम्बर की दरम्यानी रात हुई थी हत्या : तिनगुड़ी पुलिस चौकी से चंद कदम दूर किराना दुकान चलाने वाले अम्ब्रेश प्रजापति (Ambresh Prajapati) की 24-25 दिसम्बर की दरम्यानी रात धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई थी। मामले में सरई व तिनगुड़ी चौकी पुलिस ने दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है और हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा कर रही है, लेकिन मृतक के परिजन इससे संतुष्ट नहीं हैं।
पूर्व मंत्री पर गंभीर आरोप : मृतक के माता-पिता व पत्नी सहित अन्य परिजनों का आरोप है कि अम्ब्रेश की हत्या राजनीति के चलते हुई है। उन्हें हत्या में एक पूर्व मंत्री का हाथ होने का आरोप लगाया है। परिजनों ने मांग की है कि जिला प्रशासन हत्या की उच्चस्तरीय जांच कराए। अपनी मांग के लिए वे बीते छह दिनों से आमरण अनशन (ast unto death) पर बैठे हैं। सोमवार को उन्होंने आमरण अनशन स्थल पर ही मृतक के दशव मुन्डन का कार्यक्रम भी आयोजित किया।
पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं : परिजनों ने सिंगरौली पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। परिजनों ने कहा है कि पुलिस हत्याकांड से जुड़े साक्ष्य मिटाने की कोशिश कर रही है। इसलिए उन्हें सिंगरौली पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है। हालांकि इस पूरे मामले पर सिंगरौली पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि हत्या के दूसरे दिन ही आरोपियों को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया गया था। पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल भी कर लिया। उन्होंने आरोपी की पत्नी से मृतक के अवैध संबंध सहित ज़मीनी विवाद की बात भी बताई। आरोपियों के कब्जे से हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। इसके बाद भी परिजन पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं तो उन्हें जिन पर संदेह है, उनके बारे में सबूत दें। पुलिस उनके सबूत पर जरूर कार्रवाई करेगी।