400 साल पुराने गिरिराज मंदिर का जीर्णोद्धार, धरोहर को संवारने आगे आया मैथिल समाज

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Aashish Vishwakarma
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400 साल पुराने गिरिराज मंदिर का जीर्णोद्धार, धरोहर को संवारने आगे आया मैथिल समाज

ग्वालियर. यहां के भितरवार में एक 400 साल पुराने मंदिर का जीर्णीद्धार किया जा रहा है। मंदिर देखरेख के अभाव में सालों से वीरान पड़ा हुआ था। धरोहर को सहेजने के लिए गांव का मैथिल ब्राह्मण समाज सामने आगे आया। मंदिर के जीर्णाद्धार के लिए भक्तों ने चंदा इकठ्ठा किया। जिसके बाद मंदिर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।   



जयपुर से लाई जा रही मूर्तियां: ग्वालियर से 42 किलोमीटर दूर घाटीगांव के पास स्थित धुऑ गांव में करीब 400 साल पुराना प्राचीन श्री गिरिराज मंदिर है। देखरेख नहीं होने की वजह से मंदिर पूरी तरह टूट गया है। साथ ही यहां की मूर्तियां खंडित हो गई थीं। मंदिर की ऐसी हालत देख मैथिल समाज के लोग आए हैं। मंदिर में राजस्थान के जयपुर से मूर्तियां लाई जा रही है। इसमें श्रीराम दरबार, मां दुर्गा और कृष्ण बलराम की मूर्तियां शामिल है। 



संत ने कराया था निर्माण: मंदिर के जीर्णोद्धार का काम करा रही समिति के अध्यक्ष सुरेशचंद्र ओझा का कहना है कि यह मंदिर मैथिल समाज के संत फाईया भगत ने बनवाया था। फाईया भगत को साक्षात भगवान श्री कृष्ण के दर्शन होते थे। मंदिर का कायाकल्प समाज के सहयोग से 3 माह में ही हो गया। 


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