रायसेन. कपड़ा व्यापारी नीरज कोठारी की हत्या का खुलासा हुआ है। हत्या एक नाबालिग के साथ नीरज की नाजायज हरकतों को लेकर हुई। जब हत्या हुई उस समय मुख्य आरोपी के साथ नाबालिग भी मौजूद था। पुलिस जांच में पता चला है कि मृतक व्यापारी नाबालिग को जबरदस्ती अपने पास बुलाता था, जो नाबालिग के दोस्त और मुख्य आरोपी मनोज कटारे को नागवार गुजरा और उसने सुनियोजित ढंग से नीरज को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
एडिशनल एसपी ने हत्या से पर्दा उठाया: 17 फरवरी को वार्ड-13 में रहने वाले व्यापारी देवेंद्र कोठारी ने अपने बेटे नीरज कोठारी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। एसडीओपी मलकीतसिंह के साथ चार थानों की टीम नीरज की तलाश में जुटी हुई थी। जांच के दौरान ही शुक्रवार को नीरज की लाश पुलिस ने बरामद कर ली थी। जांच में मामला एक नाबालिग से जुड़ा हुआ निकला। एडिशनल एसपी अमृतलाल मीणा ने पूरे मामले का खुलासा किया। मीणा ने बताया कि ग्राम पिपलानी चौकी बरखेड़ा निवासी 23 वर्षीय मनोज कटारे और एक नाबालिग की अच्छी दोस्ती थी। पहले दोनों स्टेशन मार्ग पर नमकीन की एक दुकान पर काम करते थे।
यह है पूरा मामला: इसी बीच नाबालिग की मुलाकात रेलवे स्टेशन पर नीरज कोठारी से हुई। नीरज नाबालिग को अपने पास बुलाने लगा और गलत हरकतें करने लगा। यह बात जब मनोज को पता चली, तो उसने विरोध किया। नाबालिग का नीरज के पास जाना भी आरोपी मनोज को पसंद नहीं आ रहा था। नीरज ने चोरी से नाबालिग की कुछ वीडियो भी बना रखी थी जिसे वायरल करने का दबाव बनाकर, वह नाबालिग को अपने पास बुलाता था।
ऐसे की हत्या: 17 फरवरी गुरुवार की रात नीरज ने फोन कर नाबालिग को शगुन बाटिया के पीछे बुलाया था। नाबालिग ने यह बात मनोज को भी बताई। मनोज भी उसके पीछे गया। नीरज पर मनोज ने हमला कर दिया। नाबालिग और मनोज ने मिलकर नीरज का गला दबा दिया। हाथों की नशें काट दीं। उस पर धारदार कटर से वार भी किए। इसके बाद दोनों आरोपी नीरज की स्कूटर व मोबाइल लेकर भाग गए।
भोपाल से पकड़ाए आरोपी: पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी भोपाल के नादरा बस स्टैंड से पकड़ाए, जो बाहर भागने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों पर धारा 302, 120 बी के तहत प्रकरण दर्ज कर जेल भेज दिया है। एसडीओपी मलकीत सिंह, थाना प्रभारी संदीप चौरसिया व आसपास थानों के बल ने दो दिन में ही हत्या के प्रकरण को सुलझा दिया।