भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने मंत्रालय (Ministry) में समीक्षा बैठक (Review Meeting) की। इसमें सीएम ने कहा कि खेल शिक्षा (Sports Education) का अनिवार्य अंग होना चाहिए। हर गांव में बच्चों के लिए खेल का मैदान (Playground) बनवाया जाए। इसके लिए खेल विभाग (Sports Department) को ग्रामीण विकास विभाग (Rural Development Department) के साथ कॉर्डिनेशन करने के लिए कहा। साथ ही सीएम ने योग टीचरों (Yoga Teachers) की भर्ती के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजना को विकसित किया जाए, धन की कोई कमी नहीं है।
सामान्य प्रशासन विभाग की बैठक
- कर्मयोगी भारत अभियान से हम प्रेरणा लें।
कर्मयोगी अभियान से आनंद विभाग और कौशल उन्नयन को जोड़ सकते हैं।
जितने भी बैकलॉग के पद हैं, उनकी भर्ती शुरू करे।
भर्तियां हर साल लगातार होती रहना चाहिए।
अधिकारियों पर चल रही जांच में देरी न हो। जांच टलने, रूकना, ये सभी चीजें नहीं चलेगी। सभी जांचें समय पर हो, उचित कार्रवाई हो।
विभाग का डिजिटाइजेशन जल्दी हो, आईटी विभाग प्रस्ताव बनाए, सामान्य प्रशासन विभाग के काम में देरी हो रही है?
बैठक में मुख्यमंत्री ने विभाग के आउटकम, उपलब्धियों और चुनौतियों के बारे में भी चर्चा की।
वित्त विभाग के साथ बैठक के बिंदु
- राजस्व संग्रहण में अच्छा काम हुआ है लेकिन हम फोकस करेंगे, तो इसे और बढ़ा सकते हैं।
भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर बनाने में मध्यप्रदेश का अतुलनीय योगदान होगा।
हम ध्यान देंगे तो हमारा टैक्स बेस बढ़ेगा। और हमें पैसे का रोना रोने की जरूरत नहीं पढ़ेगी
देश में जहां भी बेहतर प्रबंधन होता है, उससे सीख लें।
बजट निर्माण का काम शुरू होगा, हमें लोगों से सुझाव आमंत्रित करने की प्रक्रिया को सुगम बनाना है।
श्रम विभाग के साथ मीटिंग की खास बातें
- संबल योजना की फिर से पैकेजिंग करनी है, संख्या, नाम जोड़ना, घटाना कई समस्याएं दूर करें।
हमारा प्रयास है कि जो अनावश्यक लोग जुड़ें हैं, उन्हें हम हटाएं, जो जरुरतमन्द हितग्राही है उनकी चिंता करे।
नए वित्तीय वर्ष में हमें सम्बल योजना की रिपैकेजिंग करके शुरू करें।
यह मेरी अंतरात्मा से निकली हुई योजना है, इसे पिछली सरकार ने बन्द कर दिया था।
श्रमोदय विद्यालय कैसे चल रहे हैं, ये मेरी बहुत महत्वाकांक्षी योजना थी। इसमें हमने तय किया था कि इसमें हमारे मजदूरों के सभी जातियों के बच्चे पढ़ें।
आध्यात्मिक विभाग की बैठक के बिंदु
- नर्मदा जयंती एवं शिवरात्रि पर लगने वाले मेले एवं उत्सव व्यवस्थित तरीके से हों।
नर्मदा तट के जिलों के कलेक्टर्स को जोड़कर एक नया मॉडल बनाए।
वैदिक जीवन पद्धति मॉडल बनाए, जिसमें संतों का मार्गदर्शन लें।
शिवरात्रि पर लगने वाले मेलों को चिन्हित करें, और आवश्यक व्यवस्था करें।
कोविड कम होने पर तीर्थदर्शन योजना को शुरू करेंगे।
आनंद केन्द्र और अधिक कैसे प्रभावी हो सकते हैं, इसका प्रयास करें, इन्हें सीमित न रखें।
प्रदेशभर में 14 से 28 जनवरी तक होंगे आनंद उत्सव
महाकाल मंदिर परिसर का जीर्णोद्धार काशी विश्वनाथ कोरिडोर की तरह हो।
वन विभाग के साथ मीटिंग की खास बातें
- वनोंपज का जो भी समर्थन मूल्य हमने घोषित किया है, उसके अनुसार खरीदी भी करें।
प्रदेश में बाघों की संख्या को गंभीरता से लें।
बांस का उत्पादन जितना बढ़ जाए, उतना रोजगार भी बढ़ेगा और लकड़ी का आवश्यकता कम होगी।
सघन वन क्षेत्र में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है।
कैंपा निधि का उपयोग ठीक ढंग से हो, मंत्री भी इस पर ध्यान दें।
बफर में सफर एक अच्छा प्रयोग हुआ है, उससे रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं।
देवारण्य योजना हमारी महत्वाकांक्षी योजना है, इस पर अच्छा काम हो।
वन ग्रामों को जल्द ही राजस्व ग्रामों में लाना है।
वन पर्यटन का कंसेप्ट को आगे बढ़ाईए।
होशंगाबाद और बैतूल को मिलाकर एक वन पर्यटन का एक सर्किट बने।