REWA. नगरीय निकाय चुनाव में पार्टी के अनुशासन को दरकिनार कर बागी हुए 74 भाजपाइयों को प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने बाहर कर दिया। निकाले गए सभी नेताओं में मंडल, शक्ति केंद्र, वार्ड संयोजक जैसे पदों पर काम करने वाले शामिल है। सर्वाधिक 18 भाजपाई नगर निगम रीवा क्षेत्र के है। शेष नगर पंचायतों में पार्टी उम्मीदवार के विरुद्ध बगावत कर चुनाव लड़ने वाले है। यह किसी जिले में अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही मानी जा रही है। भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों का कहना है कि नगर पालिक निगम रीवा, नगर पंचायत बैकुंठपुर, सिरमौर, डभौरा, त्योंथर, चाकघाट, हनुमना, मऊगंज, नईगढ़ी, मनगवां, गुढ़ एवं गोविंदगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर बड़े पैमाने पर पार्टी के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं ने बगावत की है। अब तक अनुशासनहीनता के आरोप में 74 लोगों को 6 साल के लिए भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया।
इन पर गिरी गाज
नगर निगम क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ने वालों में डॉ. सीएल रावत मंडल महामंत्री की पत्नी सीमा सिंह पटेल, संजय सिंह संजू, सियाराम द्विवेदी, शांति रजक, निर्मला कुशवाहा मंडल उपाध्यक्ष, विजय शुक्ला बूथ अध्यक्ष, प्रमोद सिंह शक्ति केंद्र संयोजक, हेमंत सिंह वार्ड संयोजक, राजेन्द्र गुप्ता बूथ अध्यक्ष, सुरेश सोनी पप्पू जीरो, प्रभात सोनी बंटी वार्ड संयोजक, दिलीप चौधरी मंडल महामंत्री, मालती चौधरी महिला मोर्चा महामंत्री, मनीष सेन बल्लू, बृजेश गुप्ता, पीयूष तिवारी और राहुल सिंह परिहार है। इन सभी को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
नगर पंचायतों क्षेत्र से भी हुए बाहर
नगर निगम के अलावा नगर पंचायत बैकुंठपुर से 5, सिरमौर से 2, डभौरा से 5, त्योंथर 5, चाकघाट से 6, हनुमना से 3, मऊगंज से 5, नईगढ़ी से 4, मनगवां से 4, गुढ़ से 9 एवं गोविन्दगढ़ से 8 कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को भाजपा से बाहर कर दिया गया। इनमें कई पूर्व पार्षद और वर्तमान में मंडल स्तर के पदाधिकारी शामिल है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी ने नगरीय निकाय चुनाव में ऐसा पहली बार हुआ है जब इतने बड़े पैमाने पर टिकट वितरण से असंतुष्ट होकर पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़े।