रीवा. रीवा लोकायुक्त (Rewa Lokayukta) ने 30 हजार रुपए की रिश्वत (Bribery) लेते राज्य पाठ्य पुस्तक निगम के प्रबंधक समेत लेखापाल को रंगे हाथ पकड़ा है। रिश्वत की एवज में वेतनमान (PayScale) एवं समय मान का लाभ दिलाना बताया जा रहा है। सातवें वेतनमान का लाभ और सितंबर 2017 से द्वितीय क्रमोन्नति का लाभ दिए जाने के बदले में 2 लाख रुपए की रकम सहायक वित्त अधिकारी भोपाल (Bhopal) ने मांगी थी। बिना पैसे दिए डिपो प्रबंधक (Depot Manager) कार्य नहीं कर रहा था।
बिल पास करने की एवज में 2 लाख मांगे
रीवा में 26 नवंबर को दोपहर के समय गंगोत्री नगर स्थित घर से रीवा डिपो प्रबंधक आरसी मिश्रा (RC Mishra) को 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा है। मामले में एक अन्य आरोपी भी है, जो आरसी मिश्रा के साथ मिलकार शिकायतकर्ता को परेशान कर रहे थे। आरोपी मिश्रा और एक अन्य आरोपी राहुल खरे (Rahul Khare) सहायक वित्त अधिकारी पद पर मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम भोपाल कार्यरत है।
शिकायतकर्ता नरेंद्र कुमार (Narendra Kumar) को सातवें वेतनमान का लाभ और सितंबर 2017 से द्वितीय क्रमोन्नति का लाभ दिए जाने व 15 लाख रुपए के बिल भुगतान किए जाने के एवज में 2 लाख रुपए की मांग की गई थी। आरोपियों ने शिकायतकर्ता से 1 लाख 70 हजार रुपए पहले ही ले लिए थे। शेष 30 हजार रुपये के लिए आरोपी शिकायतकर्ता को बार-बार परेशान कर रहे थे।
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