रीवा. यहां के सर्किट हाउस में छात्रा से दुष्कर्म के आरोपी महंत सीताराम दास और सहयोगी का पुलिस ने जुलूस निकाला। सीताराम दास उर्फ समर्थ त्रिपाठी को 30 मार्च की शाम सिंगरौली बस स्टैंड से गिरफ्तार किया गया था। दो जिलों की संयुक्त कार्रवाई में मुख्य आरोपी को बस स्टैंड के पास एक दुकान से अरेस्ट किया गया।
31 मार्च को मुख्य सीताराम और सहयोगी विनोद पांडे को सिविल लाइन थाने से जुलूस निकालते हुए पैदल कोर्ट ले जाया गया। पुलिस ने कोर्ट से 2 दिन की रिमांड मांगी थी। कोर्ट ने स्वीकार करते हुए आरोपियों को पुलिस रिमांड में भेज दिया है।
महंत के खिलाफ नारेबाजी: पुलिस जब सीताराम दास को कोर्ट में पेश करने पहुंची तो अंदर वकीलों ने घेर लिया। पुलिस बल भी तैनात किया गया था। कोर्ट में खुद एएसपी शिवकुमार वर्मा, सिविल लाइन टीआई समेत पुलिस बल की मौजूदगी में दोनों को जज के सामने ले जाया गया। वकीलों ने फांसी दो, फांसी दो के नारे लगाए।
बाबा और सहयोगी विनोद का मकान तोड़ा: गुढ़ कस्बा स्थित सीताराम दास के मकान को तोड़ने के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी नई गढ़ी क्षेत्र के अकौरी गांव पहुंचे। यहां दूसरे आरोपी विनोद पांडे के घर को भी ढहा दिया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm shivraj singh chouhan) ने कल खुले मंच से कहा था कि बेटी के साथ अगर किसी ने दुराचार किया, तो उसे कुचल दिया जाएगा। सीएम ने कहा कि कलेक्टर और एसपी कहां हैं। ये बुलडोजर कब काम आएंगे। गुंडों और बदमाशों को तोड़ दो, जमींदोज कर दो। जो बहन और बेटी पर गलत नजर उठाकर देखते हैं।