GWALIOR News. अग्निपथ योजना के खिलाफ ग्वालियर में भड़की हिंसा मामले में मोबाईल फोन और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जाने के बाद अब एक के बाद एक कई परते खुलने लगी है । पकड़े गए लड़कों के मोबाइल की सघन जांच में पता चला कि कैसे सेना में भर्ती की तैयारी कराने वाले फिजिकल ट्रेनर कैसे सोशल मीडिया के जरिये युवाओं को भड़का रहे थे । ऐसे एक युवा को पकड़ा गया है जबकि एक एक कोचिन्स संचालक के खिलाफ एफआईआर के बाद उसकी गिरफ्तारी पर पांच हजार रुपये का इनाम घोषित है। एडिशनल एसपी शहर राजेश दंडोतिया ने बताया कि अग्निपथ मामले में गुरुवार अचानक ग्वालियर में हुई हिंसा ,आगजनी और तोड़फोड़ के मामले में जांच के बाद पकड़े गए युवाओं के जब सोशल मीडिया एकाउंट की सायबर टीम ने जांच की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए । जांच से पता चला कि सेना और पुलिस भर्ती की तैयारी कराने वाली कोचिंग के फिजिकल ट्रेनर मनोज सिंह परमार उर्फ फौजी भड़काऊ भाषण देने के साथ ही गोला का मंदिर चौराहे से शुरू हुए उग्र प्रदर्शन और आगजनी की घटना का अपनी सोशल मीडिया प्लेटफकर्म पर लाइव प्रदर्शन किया था। इसके कारण पुलिस भर्ती के लिए आये युवा भी अलग अलग जगह प्रदर्शन करने लगे और हिंसक हो गए।
पुलिस तक पहुंचा फिर हो गया फरार
पुलिस सूत्रों ने स्वीकार किया कि प्राथमिक जांच में साक्ष्य मिलने के बाद पुलिस ने मनोज को पड़ाव थाबे बुलाया था । वह वहां पहुंचा भी था लेकिन उसे अपने आरोपी होने की खबर लग गई और वह थाने से भाग लिया । अब पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर पांच हजार रुपये की इनाम घोषित किया है। इस सहित पांच कोचिंग संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है । इनमे से एक हेमंत कुशवाह नामक एक युवक को भी हिरासत में लिया है। इसके मोबाइल से चुनाव नही होने देंगे,आग लगा दो जैसे भड़काऊ मेसेज अनेक युवाओं को फारवर्ड किये गए।
स्टेशन पर कड़ी चौकसी
उपद्रवियों ने बिरला नगर स्टेशन को तहस नहस कर दिया था। मैंन स्टेशन पर भी तोड़फोड़ की कोशिश की थी । इसके बाद रेलवे स्टेशन पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जीआरपी ने भोपाल से 30 जवान अतिरिक्त तौर पर ग्वालियर भेजे हैं। बिरला नगर और रायरू स्टेशन पर आरपीएफ की तैनाती की गईं है। पुलिस को ऐसी खबर है बीस जून को फिर आंदोलन की मेसेज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसके चलते स्टेशन पर अतिरिक्त चौकसी है। स्टेशन पर पहुंचने वाले युवाओं से पूछताछ हो रही है उसके बाद ही अंदर एंट्री दी जा रही है। आरपीएफ थाने के निरीक्षक संजय आर्या ने बताया कि झांसी से आरपीएफ की एक बटालियन अतिरिक्त बुलाई गई है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि कोचिंग से सोशल मीडिया एकाउंट पर खास ग्रुप बनाकर लोगो के इकट्ठा किया गया फिर हिंसा के लिए उकसाया गया । यह तथ्य सामने आने के बाद एक कोचिंग संचालक पर इनाम भी घोषित की जा रही है।