फरीद शेख, Khargone. खरगोन में रामनवमीं पर हुई हिंसा के जख्म 2 हफ्ते बीतने के बाद भी नहीं भरे हैं। लोगों में उपद्रवियों और पत्थरबाजों के खिलाफ जितना गुस्सा है उतना ही प्रशासन और पुलिस की लापरवाही और अनदेखी पर भी है। राहत राशि स्वीकृति पत्र बांटने आए सांसद गजेंद्र पटेल को दंगा पीड़ितों ने घेर लिया। लोगों ने सांसद को अपनी पीड़ा सुनाई। प्रशासन ने 108 हिंसा प्रभावितों को 52 लाख रुपए की राहत राशि के स्वीकृति पत्र बांटे।
लापरवाह पुलिस-प्रशासन पर गुस्सा
पीड़ित परिवार ने सांसद गजेंद्र पटेल के सामने ही पुलिस और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए दंगे के दौरान के हालात बयां कर अपना गुस्सा भी निकाला। पीड़ितों का कहना है कि बार-बार होने वाले दंगो से बने इन हालातों के बावजूद प्रशासन अनदेखी करता है। हालांकि कलेक्टर बार-बार सफाई देती हुई सीसीटीवी कैमरे लगवाने की बात कहती नजर आईं।
108 हिंसा प्रभावितों को 52 लाख रुपए की सहायता राशि
सांसद गजेंद्र सिंह पटेल, बीजेपी संगठन पदाधिकारी और कलेक्टर अनुग्रहा पी ने 108 हिंसा प्रभावितों को 52 लाख रुपए की सहायता राशि के स्वीकृति पत्र सौंपे। ये राशि पीड़ितों के खातों में डाली जाएगी। मध्यप्रदेश सरकार ने खरगोन दंगा पीड़ितों के लिए 1 करोड़ की सहायता राशि जारी की है। दो दिन पहले ही प्रभारी मंत्री कमल पटेल ने भी विधायक निधि से 19 दंगा पीड़ित परिवारों को 20-20 हजार रुपए की सहायता राशि दी। संजय नगर की छात्रा लक्ष्मी पंवार को स्कूटी और किताबों के लिए सहायता राशि दी। वहीं लक्ष्मी मुछाल को शादी के लिए सहायता राशि दी गई।