Guna. गुना के आरोन में नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी-कांग्रेस के टिकट को लेकर दोनों पार्टियों में बवाल मचा हुआ है। बीजेपी ने 5 हजार के इनामी बदमाश रहे सोनू लांछा की पत्नी पूजा रघुवंशी को टिकट दिया है। वहीं कांग्रेस ने सोनू के साथी और 5 हजार के इनामी बदमाश रहे राजीव रघुवंशी को प्रत्याशी बनाया है। सोनू लांछा और राजीव रघुवंशी ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक ब्राह्मण परिवार पर हमला किया था। पुलिस ने दोनों पर 5-5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। उम्मीदवारों के चयन को लेकर दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने नाराजगी जताई है। दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने टिकट रद्द करने की मांग की है।
जयवर्धन सिंह और गजेंद्र सिकरवार को जानकारी
आरोन में दोनों ही दलों के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस में राजीव के टिकट के बारे में राघौगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह को जानकारी दी है। वहीं बीजेपी जिला अध्यक्ष गजेंद्र सिकरवार को भी आपराधिक छवि के लोगों को टिकट देने के बारे में बताया गया है। बीजेपी अनुशासित और साफ-स्वच्छ छवि वालों को टिकट देने की बात करती रही लेकिन उसने गुना के आरोन नगर परिषद के चुनाव में एक ऐसे बदमाश की पत्नी को प्रत्याशी बनाया जिस पर 5 हजार रुपए का इनाम घोषित था।
दोनों पार्टियों में विरोध के स्वर
बीजेपी ने इनामी बदमाश सोनू लांछा की पत्नी पूजा रघुवंशी को टिकट दिया है और कांग्रेस ने भी 5 हजार के इनामी राजीव रघुवंशी को प्रत्याशी घोषित किया है। इन दोनों के नामों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में विरोध के स्वर तेज होते जा रहे हैं। कार्यकर्ता खुलकर कह रहे हैं कि दोनों ही पार्टियों को आरोन में क्या योग्य उम्मीदवार नहीं मिले। अपराधियों या उनके परिजनों को टिकट देकर जनता में बीजेपी और कांग्रेस क्या संदेश देना चाहती है।
टिकटों में हो सकता है फेरबदल !
बीजेपी ने आरोन नगर परिषद के चुनाव के लिए 15 पार्षद पदों के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की। बीजेपी ने पूजा रघुवंशी को टिकट दिया है। पूजा के पति सोनू लांछा इनामी बदमाश रहे हैं। वहीं वार्ड-10 से सोनू के साथी और 5 हजार के इनामी बदमाश रहे राजीव रघुवंशी को प्रत्याशी बनाया है। आरोन थाना पुलिस ने सोनू और राजीव के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। बीजेपी में सोनू लांछा की पत्नी को प्रत्याशी उसी कोर कमेटी के सदस्यों ने बनाया है, जिन्होंने गुना नगर पालिका परिषद के 10 वार्डों के होल्ड किए गए प्रत्याशियों के नाम घोषित करने में बगैर जिला कोर कमेटी की बैठक और मूल कार्यकर्ताओं की अनदेखी की। चर्चा है कि नामांकन वापसी के वक्त चर्चित टिकटों में फेरबदल हो सकता है।