सुनील शर्मा, BHIND. भिंड में कृषि अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं, जहां कुछ दिन पहले मेहगांव में पदस्थ वरिष्ठ कृषि अधिकारी अभिमन्यु पांडेय का खाद दुकानदार से अवैध वसूली करते वीडियो वायरल हुआ था। वहीं अब रौन क्षेत्र के (SADO) वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी राकेश शर्मा को आधी रात गोरई कृषि कार्यालय से सरसों का बीज चोरी करते ग्रामीणों ने पकड़ा है। एसएडीओ की इस हरकत का ग्रामीणों ने वीडियो भी बनाया जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
भिंड में सरसों के बीजों की चोरी का वीडियो वायरल
जानकारी के मुताबिक रौन ब्लॉक के ग्राम गोरई में कृषि कार्यालय के गोदाम के बाहर आधी रात वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी राकेश शर्मा को स्थानीय ग्रामीणों ने सरसों के बीज की बोरी अपनी निजी कार में ले जाते हुए ग्रामीणों ने कैमरे में कैद कर लिया। गोरई निवासी ग्रामीण सलकेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि वे अपने एक साथी के साथ देर रात कहीं से आ रहे थे। रात करीब 11 बजे जब वह कृषि कार्यालय के पास से गुजर रहे थे तो पाया कि एसएडीओ राकेश शर्मा गोदाम से किसानों को वितरण के लिए शासन द्वारा उपलब्ध कराई गयी मिनिकिट सरसों की बोरी निकलवा कर अपनी निजी कार में रखवा रहे थे। उन्होंने वीडियो बनाते हुए जब एसएडीओ से सवाल किया तो अधिकारी राकेश शर्मा द्वारा उन्हें वीडियो बनाने से रोकते हुए उनका मोबाइल फोन तक तोड़ दिया लेकिन शिकायतकर्ता सलकेंद्र ने तुरंत दूसरे मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया और बाद में उसे सोशल मीडिया पर वाइरल करते हुए भिंड कलेक्टर को भेजा।
ग्रामीणों ने एसएडीओ राकेश शर्मा पर लगाए आरोप
ग्रामीणों का आरोप है की एसएडीओ राकेश शर्मा पहले भी इसी तरह की हरकतें करते आए हैं लेकिन अब तक सबूत नहीं था। इस बार उन्हें रंगे हाथों पकड़ा और कैमरे में कैद भी किया है। वहीं कलेक्टर के संज्ञान में आने के बाद मामले की जांच के लिए पहुंचे कृषि विभाग के जिला अधिकारी उप संचालक कृषि, शिवराज सिंह यादव की गंभीरता भी मीडिया के कैमरे में कैद हो गई। जिस दौरान ग्रामीण एसएडीओ की शिकायत उनसे कर रहे थे उस दौरान खुद उप संचालक सिगरेट के कश लगाते देखे गए।
सरसों की चोरी की जांच जारी
जांच करने पहुंचे उप संचालक कृषि शिवराज सिंह यादव ने जांच के संबंध में मीडिया को बताया कि प्राप्त शिकायत के आधार पर उन्होंने यहां आकर जांच की है। ऐसे में भंडारण के रिकॉर्ड से कम पाए गए बैग से स्थिति संदेहास्पद प्रतीत हो रही है। राकेश शर्मा द्वारा इन बैग्स को किसानों को वितरण बताया गया है। ऐसे में अब किसानों के बयान करने के बाद जांच में जो नतीजे आएंगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी।