SAGAR. मध्यप्रदेश के सबसे बड़े वन्य जीव अभ्यारण से एक बार फिर खुशखबरी आई है। नौरादेही अभ्यारण्य की बाघिन राधा एन-112 ने दो नए शावकों को जन्म दिया। अभ्यारण्य की बाघिन दो नए शावकों के साथ गश्ती दल के कैमरे में कैद हुई है। इस तरह नौरादेही में बाघों की संख्या 10 पहुंच गई है। नौरादेही अभ्यारण्य में बाघों को बसाने के लिए 2018 से शुरुआत की गई थी और महज 4 सालों में बाघों का कुनबा 10 तक पहुंच गया है। राधा बाघिन इससे पहले साल 2019 में तीन शावकों को जन्म दे चुकी है।
अभयारण्य में बाघों की तीसरी पीढ़ी
नौरादेही वन्य जीव अभ्यारण्य के डीएफओ सुधांशु यादव ने बताया कि सागर, दमोह और नरसिंहपुर जिले में फेले नौरादेही अभ्यारण्य में 2018 में बाघ पुनर्स्थापना योजना के तहत नर बाघ किशन को कान्हा टाइगर रिजर्व और मादा बाघिन राधा को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से नौरादेही अभ्यारण्य में छोड़ा गया था। अभ्यारण्य प्रबंधन लगातार बाघों के आवास विकास वन तथा वन्य प्राणी संरक्षण के कार्य कर रहा है। यह नौरादेही अभयारण्य में बाघों की तीसरी पीढ़ी है।
बाघों की संख्या बढ़ी
नौरादेही अभ्यारण्य के एसडीओ एसआर मलिक के मुताबिक, 4 सालों में नौरादेही अभयारण्य में बाघों का कुनबा 2 से 10 तक पहुंच गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में नौरादेही अभ्यारण्य में किशन और राधा आए थे। बाघिन राधा ने मई 2019 में तीन शावकों और नवंबर 2021 में दो शावकों को जन्म दिया है। पहली बार यानी मई 2019 में जन्में बाघ अब वयस्क हो चुके हैं। मलिक ने कहा कि पुनर्स्थापना योजना के सामूहिक प्रयासों से सफल होने से बाघों का कुनबा 10 पहुंच गया है।