सागर. यहां के देवरी SDM कार्यालय (sagar devri sdm office) का निर्माण 7 करोड़ 75 लाख रूपए की लागत से हुआ है। ये बिल्डिंग सागर में बनी अब तक की सबसे अधिक लागत वाली इमारतों में शुमार है। आपको जानकार हैरानी की ये बिल्डिंग लोकार्पण के महज 5 सप्ताह बाद ही क्षतिग्रस्त हो गई। हालात ये है कि बिल्डिंग के पश्मिची कोने में मटेरियल गिरने के कारण प्रशासन को बेरिकेंडिग करनी पड़ी है। ताकि कोई हादसा न हो जाए। इस मामले को लेकर देवरी SDM अनमोल सिंह ने PWD विभाग की PIU शाखा को पत्र लिखा है। वहीं, प्रशासन की नाक तले हुए इस गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य (Corruption in devri sdm building) को लेकर जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं।
16 करोड़ की गड़बड़ियों की शिकायत: PWD की प्रोजेक्ट इम्प्लीटेशन की सागर यूनिट (PIU) ने देवरी और केसली विकासखण्ड में निर्माण कार्य कराए हैं। इसमें लगभग 16 करोड़ की गड़बड़ियां की गई है, ऐसी शिकायतें सामने आई हैं। शिकायतकर्ताओं ने इसकी हाईलेवल जांच की मांग की है, क्योंकि इसमें कई लोगों के शामिल होने की अंदेशा जताया जा रहा है। इसमें PIU के जिम्मेदार अफसरों की भी बड़ी लापरवाही बताई जा रही है, क्योंकि यहीं शाखा काम की क्वालिटी और मेंटनेंस पर निगरानी करती है।
25 नवंबर को हुआ था लोकार्पण: SDM ऑफिस का निर्माण कार्य साल 2019 में शुरू किया था। काम पूरा होने के बाद 25 नवंबर 2021 को लोकार्पण किया गया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और गोपाल भार्गव (Gopal Bhagarva) शामिल हुए थे। जानकारी के मुताबिक 6 जनवरी और 7 जनवरी को हल्की बूंदाबांदी हुई। इसके बाद सुबह जब ऑफिस में काम करने वाले कर्मचारी पहुंचे तो बिल्डिंग में सीलन के चलते बड़ी-बड़ी दरारें दिखाई दी। साथ ही इमारत से कंक्रीट गिरने की आशंका के चलते उस जगह बेरीकेटिंग की गई है। बता दें कि इस बिल्डिंग में 50 से ज्यादा कमरे हैं। सभी सरकारी ऑफिस कार्यालय भी इसमें शिफ्ट कर दिए गए हैं। यहां SDM कोर्ट भी लग रही है।
MLA बोले बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार: देवरी विधायक हर्ष यादव (MLA Harsh Yadav) ने इन गड़बड़ियों की शिकायत की है। उन्होंने PWD विभाग के मुख्य सचिव और सीएम शिवराज (cm shivraj) को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि नवनिर्मित लोकार्पण कार्यालय के बाहर बिल्डिंग में दरारें दिखाई दे रही है। लोगों ने इसकी शिकायत की थी। मैंने खुद इसका भूमिपूजन किया था। मगर आज इस निर्माण कार्य की कलई खुल गई है। बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार (Corruption) हुआ है। संबंधित विभाग के SDO से लेकर EE तक इसमें शामिल हैं।
(सागर से पंकज प्रजापति की रिपोर्ट।)