Bhopal. मध्यप्रदेश में नौकरशाह मद में चूर हो चुके हैं, सीएम की चेतावनी के बाद भी प्रदेश में लगातार ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जहां अधिकारी लोगों की पीड़ा सुनने की बजाए उन्हें धमकाने में लगे हैं। ताजा मामला नर्मदापुरम जिले के बाबई ब्लाक के काजलखेड़ी गांव का है, जहां एक किसान के शिकायत करने पर उप यंत्री और प्रभारी एसडीओ ने किसान को न केवल गाली दी, बल्कि जाने से मारने की धमकी तक दे डाली। इससे पहले 18 सितंबर को झाबुआ एसपी अरविंद तिवारी ने एक छात्र को फोन पर हवालात में बंद करने की धमकी देकर भद्दी गालियां दीं। छात्र ने अपनी सुरक्षा के लिए एसपी को कॉल किया था। मामला सीएम के संज्ञान में आने पर एसपी को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं हाल ही में इंदौर एडीएम पवन जैन ने जनसुनवाई में एक दिव्यांग के साथ अभद्रता की थी। जिसकी शिकायत सीएम शिवराज तक पहुंची तो उन्होंने तुरंत एक्शन लेकर पवन जैन को हटा दिया। सवाल यह है कि सीएम के एक्शन लेने के बाद भी निरंकुश हो चुके अधिकारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। रवैया ऐसा कि ये लोक सेवक न होकर जनता के मालिक बन बैठे हैं।
सीएम हेल्पलाइन में किसान ने 8 सितंबर को की थी शिकायत
नर्मदापुरम जिले के बाबई ब्लॉक के काजलखेड़ी गांव के किसान रूपराम चौधरी ने बताया कि 8 सितंबर को उसने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की कि क्षतिग्रस्त पुलिया के कारण उसकी गाय नहर में गिर गई, जिससे उसकी मौत हो गई। पहले शिकायत प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क शाखा को की गई, पर बाद में इसे सिंचाई यानी नहर विभाग को स्थानांतरित कर दिया। 20 अक्टूबर को नहर विभाग के उप यंत्री और प्रभारी एसडीओ ओपी मीणा ने शिकायतकर्ता किसान रूपराम मीणा को कॉल किया और गाली गलौंच कर मारने-काटने तक की धमकी दी।
पहले खुद को बताया मंत्री का भतीजा, बाद में लिखकर दिया माफीनामा
ऑडियो में ओपी मीणा खुद को मंत्री प्रभूराम चौधरी का भतीजा बता रहा है। 2.26 मिनिट की इस बातचीत में ओपी मीणा ने किसान रूपराम चौधरी को 3 बार मारने-काटने की धमकी दी और इतने ही बार कुत्ते और साले शब्द का इस्तेमाल किया। दो बार गाली दी और एक बार जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल किया। हालांकि बाद में मामला बढ़ता देख 21 अक्टूबर, शुक्रवार को मीणा ने एक माफीनामा लिखकर दिया। जिसमें गाली गलौज के लिए माफी मांगी और दोबारा ऐसी गलती नहीं होने की बात लिखी है। हालांकि जब द सूत्र ने ओपी मीणा के मोबाइल 8516894337 पर संपर्क किया तो उन्होंने रॉन्ग नंबर बताकर कॉल को काट दिया।
सीएम हेल्पलाइन बनी मजाक, सस्पेंड हो अधिकारी
किसान नेता समीर शर्मा ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन का मजाक बनाकर रख दिया है। अधिकारी निरकुंश हो गए हैं और सरकार इन पर लगाम नहीं लगा पा रही है। जिस तरह से अधिकारी ने किसान को धमकी दी है, उसे तत्काल सस्पेंड करना चाहिए और एफआईआर दर्ज करना चाहिए। बता दें कि नर्मदापुरम जिले में 1 जनवरी 2022 से 18 सितंबर 2022 तक 46978 शिकायतें दर्ज की गई हैं।
ये इंजीनियर लोक सेवक नहीं...लोक पीड़क है...
उपयंत्री : शिकायत है आपकी... काजलखेड़ी आ जाइये आप
किसान : शिकायत है मेरी गाय आज खत्म भी हो गई 2 महीने बाद
उपयंत्री : चल आज आ जा तू... काजलखेड़ी में खड़ा हूं मैं
किसान : हां तो मैं आ रहा हूं सर
उपयंत्री : हां तो आ जा...झूठी शिकायत करने वालों को उल्टा पानी पिलाकर जाउंगा
किसान : हां तो आईये न...देखिए रेलिंग वहां की टूटी या नहीं
उपयंत्री : मैं प्रभूराम चौधरी का भतीजा बोल रहा हूं।
किसान : हां तो कोई भी बोले रहे हो...मेरी एक नहीं दो गाय गिरी है वहां से
उपयंत्री : हां तो चलो बताओं खेत कहां है आपका...स्पॉट क्या है...नया जो सरपंच बना है टाटू उससे जाकर पूछ लो...जाओ उसके घर बताओ मैंने ये शिकायत की है।
किसान : आप यहां आए हैं क्या सर...नहर पर हैं
उपयंत्री : नहर पर नहीं..तेरे को आना पड़ेगा ऑफिस
किसान : मेरे को क्यों आना पड़ेगा सर
उपयंत्री : तू आएगा रे...शिकायत तूने की है
किसान : आप बात कैसे कर रहे तू-तू करके
उपयंत्री : तू ही तो है..तू बहुत वाला बड़ा है क्या मेरे सामने
किसान : अरे मैं तो कुछ नहीं हूं मैं तो बस उसकी शिकायत कर रहा हूं।
उपयंत्री : हट (जोर से चिल्लतो हुए)...साले गाय मरी तेरी...अदमी मर रहे नहर पे...कुत्ते नहर किसानों के लिए होती...तुम्हारी गाय चराने के लिए होती है क्या...हमारी नहर की पुलिया तूने कुदाई कुत्ते...तेरे को नियम पता...मैं फाड़ डालूंगा साले...तेरे गांव में घूसके तुझे काट डालूंगा...कम्प्लेंट कर तू...
किसान : आप बोल लीजिए... जो कुछ है... ठीक है...
उपयंत्री : मैं ते रोके तेरे गांव के अंदर काट के बता दूंगा...तो भागके गिरेगा उसी नहर में...साले कम्प्लेंट..झूठी शिकायत मत करना गाय मरी..आदमी मर रहे नहर में...गाली
किसान : आदमी भी गिरा उसमें तो एक
उपयंत्री : हट (जोर से चिल्लतो हुए)...कुत्ते...गाली...जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल