CHHINDWARA. सिवनी जिले में हुई मॉब लिंचिंग में दो आदिवासियों की मौत के बाद आरोपियों की धरपकड़ जारी है। पुलिस ने अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही राज्य सरकार ने दोनों मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद उपलब्ध कराई है और दैनिक वेतनभोगी के रूप में नौकरी पर भी रख लिया है।
9 आरोपी गिरफ्तार, बाकी की तलाश
कुरई पुलिस ने घायल बृजेश बट्टी के बयान के आधार पर 6 नामजद और 12 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया है। पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।
यह है पूरा मामला
सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात 2.30 बजे सिमरिया गांव में कुछ युवकों को मोमांस की सूचना मिली थी। मौके पर पहुंचे युवकों ने 3 आदिवासियों को बेदम पीटा था। इसमें 2 आदिवासियों ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया था, एक का इलाज अभी भी चल रहा है। इस घटना के विरोध में बरघाट के कांग्रेस विधायक अर्जुन सिंह ककौड़िया ने नेशनल हाईवे 44 में चक्काजाम कर आरोप लगाया था कि हमलावर बजरंग दल के कार्यकर्ता हैं। पुलिस ने इस मामले में 20 किलो मांस की जब्त किया था, जिसे जांच के लिए भेजा है।
मामले पर बीजेपी का बयान
इस मामले में बीजेपी का कहना है कि हमलावर बजरंग दल के नहीं हैं। सिवनी बीजेपी जिला अध्यक्ष आलोक दुबे ने कहा है कि कांग्रेस विधायक अर्जुन का कोरिया ने इस मामले में बेवजह राजनीति की है। हमलावर में बजरंग दल का कोई कार्यकर्ता नहीं है। श्रीराम सेना का नाम आ रहा है, जबकि श्रीराम सेना हमारा संगठन नहीं है। उन्होंने बताया कि दोनों पीड़ित परिवारों के एक-एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति दी गई है।