Damoh. जम्मू-कश्मीर स्थित भगवान अमरनाथ के शिवलिंग के दर्शन के लिए सागर जिले से भी 7 लोग रवाना हुए थे। वहां हुए हादसे में दो महिलाएं घायल हो गई हैं। दोनों घायल महिलाओं को बेस कैंप में ठहराया गया है। लेकिन अन्य यात्रियों के बारे में कोई जानकारी नहीं लग पा रही है। इधर, सागर और दमोह में रहने वाले उनके परिजन और रिश्तेदार बीती रात से ही बहुत परेशान हैं। हादसे के ठीक बाद एक घायल महिला से परिजनों की बात हुई थी, लेकिन इसके बाद किसी से कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है। हेल्पलाइन से भी कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है।
पिछले हफ्ते हुए थे सागर से रवाना
अमरनाथ में बादल फटने और पहाड़ खिसकने के कारण कई लोगों की मौत हो गई और कई लोग अब तक लापता हैं। दमोह जिले के नरसिंहगढ़ निवासी नेहा मिश्रा ने बताया कि उनकी मां अंजना पत्नी कालीचरण मिश्रा, उनके साथ भाभी नीलम घोषी तथा उनका 18 साल का बेटा निखिल घोषी के साथ ही 5-6 अन्य लोग पिछले सप्ताह अमरनाथ यात्रा पर गए थे।
हादसे के बाद सभी बिछड़े
बादल फटने और पहाड़ खिसकने के कारण ये सभी लोग आपस में बिछड़ गए हैं। उनकी मां के पास जम्मू-कश्मीर की सिम थी, जिस पर यात्रा के दौरान बात हो रही थी। लेकिन दुर्घटना में मोबाइल गिर जाने से संपर्क टूट गया है। वहीं उनकी भाभी नीलम घोषी ने किसी अन्य व्यक्ति के फोन से संपर्क कर बताया था कि अंजना मिश्रा को घबराहट और स्वास्थ्य खराब हो जाने के कारण आर्मी के बेस कैंप हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जबकि वह स्वयं इस दुर्घटना में घायल हो गई हैं। जिससे उन्हें पंचरतनी के बेस कैंप में भर्ती किया गया है। अब ये सभी लोग आपस में बिछड़ गए हैं। अंजना मिश्रा और नीलम घोषी सागर के तिलक गंज सागर के रहने वाले हैं।
नहीं मिल रही सही जानकारी
नेहा मिश्रा ने बताया कि सरकार द्वारा जो हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं, उन पर भी कोई सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही है। फोन अटेंडर का कहना है कि जैसे ही जानकारी मिलेगी, वह है सूचित करेंगे। इस दुर्घटना के बाद से ही परिजन परेशान और बेचैन हैं।
रात में हुआ था संपर्क
दमोह निवासी अंजना मिश्रा की बहन अंजू ने बताया कि रात में 8:30 बजे उनकी बहन के नंबर से फोन पर संपर्क हुआ था। अब वह फोन वहां पर कंट्रोल रूम में जमा करा दिया गया है। अब वह नंबर बंद है तथा कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है।