Sidhi. नगरीय निकाय चुनाव (urban body elections) में भले ही अध्यक्ष (president) पद का चुनाव सीधे न हो रहा हो लेकिन वार्ड मेंबरों को जिताने के लिए बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के बड़े नेताओं ने मोर्चा संभाल लिया है। चुनाव प्रचार करने बीजेपी नेत्री रीति पाठक (Riti Pathak) ने जहां वार्डों में घूम-घूमकर और नुक्क्ड़ सभा कर वोट मांगे हैं। वहीं कांग्रेस नेता व पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल (Ajay Singh Rahul) ने भी वार्ड भ्रमण कर समर्थन मांगा है। प्रचार के समय बीजेपी जहां विकास को मुद्दा बना रही है। वहीं कांग्रेस महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार के खिलाफ वोट मांग रही है।
अजय सिंह राहुल का आरोप
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने नगरीय निकाय चुनावों के संदर्भ में नगर पालिका परिषद सीधी के विभिन्न वार्डों में नुक्कड़ सभा एवं जनसंपर्क के माध्यम से कांग्रेस पार्षद प्रत्याशियों के लिए नपा वासियों से जन समर्थन एवं आशीर्वाद देने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह चुनाव प्रदेश या राष्ट्रीय स्तर का न होकर नगर पालिका का चुनाव है लेकिन इस चुनावों से जाने वाला संदेश प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर तक जाएगा। यह चुनाव बीजेपी सरकार की नाकामी और भ्रष्ट प्रशासनिक तंत्र के खिलाफ है। देश की सार्वजनिक संपत्ति बीजेपी सरकार अपने मित्रों को बेच रही है। महंगाई अपने चरम पर है युवा बेरोजगार घूम रहा है और सरकार अब तो सैनिकों की भर्ती भी संविदा पर करके देश की सुरक्षा के साथ भी खिलवाड़ कर रही है। महिला अत्याचार में मध्यप्रदेश नंबर एक पर है हमें आज इन प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के मुद्दों को भी नहीं भूलना चाहिए क्योंकि इन चुनावों के नतीजे भ्रष्ट और नाकाम बीजेपी सरकार के मुंह पर तमाचा होगा। उधर दो दिन पहले सांसद रीति पाठक ने स्थानीय बीजेपी नेताओं के साथ वार्ड भ्रमण और नुक्कड़ सभा की। बीजेपी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को गिनाया साथ ही अपने पार्टी के उम्मीदवारों के लिए समर्थन मांगा।
निर्दलीयों से बढ़ी बेचैनी
निकाय चुनाव में नाम वापसी के बाद भी कई ऐसे प्रत्याशी शेष रह गए हैं, जो निर्दलीय तो हैं पर नुकसान कांग्रेस, बीजेपी का कर रहे हैं। कई नेता ऐसे हैं जिन्होंने अध्यक्ष बनने खुद निर्दलीय प्रत्याशी उतार दिए हैं। इस तरह के निर्दलीय उम्मीदवार पार्टी की बेचैनी बढ़ा रहे हैं। कांग्रेस जनो की बैठक में खुद अजय सिंह ने कहा की मुझे मालूम है कि कई उम्मीदवारों ने दूसरे वार्डो में निर्दलीय प्रत्याशी उतार रखे हैं, जो कांग्रेस प्रत्याशी को नुकसान पहुंचाएंगे। उधर बीजेपी में भी यही हाल है। निर्दलीयों को भले ही दबाव देकर बैठा दिया गया हो पर वे अपनी ही पार्टी की जड़ खोदने में जुटे हैं। पर्दे के पीछे चले गए विद्रोहियों को गुटीय राजनीति का आश्रय मिला हुआ है।
विधायक ने बेटे को सौंपी कमान
नगर पालिका क्षेत्र में चुनाव प्रचार जोर पकड़ने लगा है। बीजेपी और कांग्रेस के नेता अब प्रचार में पूरी तरह से उतर गए हैं। इसके बाद भी कई जनप्रतिनिधि प्रचार करते नहीं देखे जा रहे हैं। सीधी विधायक भले बाहर प्रवास पर न हों पर प्रचार करने नहीं निकल रहे हैं। उन्होंने शहर में चुनाव प्रचार का जिम्मा बेटे गुरुदत्त शरण को सौंप रखा है। वे ही हर वार्डों में स्थानीय नेताओ के साथ प्रचार करते देखे जा रहे हैं। उधर कांग्रेस के सभी नेता प्रचार में जुटे हैं पर पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने अभी अपनी आमद नहीं दर्ज कराई है। वे नगर निगम चुनाव को ज्यादा फोकस कर रखे हैं।