केंद्र में मोदी सरकार के आने के बाद एक शब्द बेहद प्रचलित हुआ है... पॉलिसी पैरालिसिस.. अब इसका शाब्दिक अर्थ होता है नीति को लकवा लगना.. दरअसल शाब्दिक अर्थ पर न जाकर इसके पीछे के भाव पर जाए तो इसका मतलब है कि नीति पर पूरी तरह से अमल न होना.. या नीति लोगों तक न पहुंचना और इसे इस तरह से समझे कि पॉलिसी बना दी मगर पॉलिसी को लागू करवाने में सौ तरह के अड़ंगे डालना.. अब पॉलिसी पैरालिसिस का यहां हमने जिक्र क्यों किया.. मप्र सरकार ने एमएसई यानी सूक्ष्म, लघु और मझौले उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए पॉलिसी बनाई है मगर यहां भी पॉलिसी पैरालिसिस के हालात है.. सूत्रधार में इस पूरे मसले की पड़ताल करेंगे उससे पहले आपको दिखाते हैं मप्र की एक महिला उद्यमी की कहानी..जिन्होंने उस दौर में उद्योग शुरू किया जब महिलाओं के लिए ये सपने की तरह होता था लेकिन आज ये महिला उद्यमी इसी पॉलिसी पैरालिसिस की वजह से किन हालातों से गुजर रही है