ग्वालियर में समाजवादी पार्टी ने अगले विधानसभा चुनावों के लिए अपनी जातिगत गोटियां बिछाना शुरू कर दिया है। उसकी निगाह प्रदेश के पिछड़े वोटों पर है और इनके जरिए वह तीसरी शक्ति बनना चाहती है । पिछड़ों के ध्रुवीकरण के मद्देनजर सपा कार्यकर्ताओं ने आज मंडल कमीशन के प्रमुख वीपी मंडल की जयंती पर धरना दिया । इसके जरिये मुख्य पिछड़ों को 27 फीसदी आरक्षण देने और जातिगत जनगणना कराने की मांग की गई हालांकि ज्ञापन में और भी मांगे शामिल थी । धरने का नेतृत्व करने पूर्व विधायक डॉ सुनीलम ग्वालियर पहुंचे।
ये थी मुख्य मांगें
समाजवादी पार्टी द्वारा जातिगत जनगणना सहित जन सरोकार की विभिन्न समस्याओं को लेकर आज ग्वालियर के फूलबाग चौराहे पर धरना देकर प्रदर्शन किया गया समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ सुनीलम की अगुवाई में यह धरना आंदोलन किया जा रहा है जिसमें बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मौजूद रहे ।
डॉ सुनीलम बोले
इस दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए डॉ सुनीलम ने कहा की जातिगत जनगणना फिर से शुरू कराई जाए इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश में अति वर्षा और कम वर्षा वाले क्षेत्रों में जल्द से जल्द मुआवजा वितरण की मांग भी की। प्रदेश में बढ़े हुए बिजली के बिलों पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को गरीबों के बिल माफ करने चाहिए और बिलों की राशि में हुई बढ़ोतरी को कम करना चाहिए इसके साथ ही समाजवादी नेता नहीं मंडल कमीशन की सिफारिशें फिर से लागू करने की मांग की है जिसमें पिछड़ा वर्ग को 27 फीसदी आरक्षण देने की मांग प्रमुख है साथ ही धरने पर बैठे समाजवादी पार्टी के नेताओं ने मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार को संवेदनहीन बताते हुए तमाम आरोप लगाए।
इसी सप्ताह आये थे अखिलेश
गौरतलब है कि सपा सुप्रीमो और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जन्मष्टमी के दिन ग्वालियर आये थे हालांकि उनका दौरा यादव समाज द्वारा आयोजित होने वाली जन्माष्ठमी शोभा यात्रा के लिए था लेकिन इसके पीछे का असल मकसद यहां सपा के लिए सियासी जमीन तलाशना था । इसके तहत वे कांग्रेस नेताओं के घर भी गए और बीजेपी नेताओं से मिले भी ।