विनोद यादव, SEONI. सिवनी में सागर ग्राम पंचायत समन्वयक सुमेर सिंह उइके को लोकायुक्त ने गिरफ्तार किया है। सुमेर सिंह उइके 15 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ट्रैप किए गए हैं। उन्होंने विकास कार्यों के भुगतान के बदले में 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। सागर ग्राम पंचायत की पूर्व सरपंच के पति ने लोकायुक्त से शिकायत की थी।
लोकायुक्त के शिकंजे में रिश्वतखोर#सिवनी की #सागर ग्राम पंचायत में पंचायत समन्वयक सुमेर सिंह उइके ने विकास कार्यों के भुगतान के बदले मांगे थे 15 हजार रुपए। लोकायुक्त की टीम ने किया ट्रैप।@CMMadhyaPradesh @jitupatwari @BJP4MP @INCMP @anandpandey72 @harishdivekar1 #mpnews #TheSootr pic.twitter.com/PFFjxpNQAG
— TheSootr (@TheSootr) July 23, 2022
सीसी रोड और नाली निर्माण के भुगतान के बदले में मांगी रिश्वत
सागर ग्राम पंचायत में सीसी रोड और नाली निर्माण का कार्य किया गया था। विकास कार्यों का करीब 5-6 लाख रुपए भुगतान होना था। 75 प्रतिशत भुगतान कर दिया गया था लेकिन बाकी बचे हुए भुगतान के बदले ग्राम पंचायत समन्वयक सुमेर सिंह उइके ने 15 हजार रुपए की मांग की थी।
लोकायुक्त ने ग्राम पंचायत समन्वयक को किया ट्रैप
शिकायतकर्ता सतेंद्र सिंह ने बताया कि 1 महीने पहले ग्राम पंचायत में सीसी रोड और पक्की नाली का निर्माण हुआ था। उसका 5-6 लाख रुपए का भुगतान ग्राम पंचायत समन्वयक और सचिव को करना था। सचिव ने भुगतान कर दिया था लेकिन ग्राम पंचायत समन्वयक सुमेर सिंह उइके ने 25 प्रतिशत भुगतान को रोक दिया और उसके बदले में 15 हजार रुपए रिश्वत मांगी। सतेंद्र सिंह ने लोकायुक्त से शिकायत की। इसके बाद लोकायुक्त ने ट्रैप करने का प्लान बनाया। ग्राम पंचायत समन्वयक सुमेर सिंह उइके को लोकायुक्त ने जिला अस्पताल के पास रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।