सुनील शर्मा,BHIND. भिण्ड जिले (Bhind District) के लहार विधानसभा क्षेत्र (Lahar Assembly Constituency) के ग्राम पर्रायच (Village Parayach) से रेत के अवैध खनन की चौकाने वाली तस्वीर सामने आई हैं। हाल के दिनों में सिंध नदी (Sindh River) में अचानक बाढ़ आई थी। बाढ़ में रेत भी बहकर आई। रेत के आते ही उसका अवैध खनन शुरू हो गया। लेकिन अवैध खनन के दौरान कई वाहन नदी में फंस गए। वहीं एक दर्जन से ज्यादा ट्रक (truck) बह भी गए। यह स्थित तब है, जब प्रशासन ने पत्र जारी कर नदी से रेत निकालने पर पूरी तरह से प्रतिबंधित लगा दिया है। रेत के अवैध खनन का वीडियो भी सामने आया है, जो सोशल मीडिया (social media) पर तेजी से वायरल हो रहा है।
एक दर्जन से ज्यादा गाड़ियां पानी के तेज बहाव में फंसी
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने आदेश जारी करके कहा है कि 30 जून से नदियों से रेत नहीं निकाली जाएगी। लेकिन जिले में रेत उत्खनन का ठेका लेने वाली शिवा कॉरपोरेशन कंपनी (Shiva Corporation Company), एनजीटी (NGT) के आदेश को धता बताकर अवैध उत्खनन कर रही है। इसकी पोल अचानक हुई बारिश ने खोल दी। जिस समय भिंड जिले की पर्रायच रेत खदान पर वाहन नदी की धार से रेत भरने गए। उस वक्त कुछ वाहन पानी के तेज बहाव में फंस गए। जबकि कुछ ट्रक चालक गाड़ी के अंदर फंस गए। इन ट्रक चालक को बमुश्किल निकाला जा सका। कुछ ने भागकर जान बचाई हैं।
सवालों के घेरे में पुलिस और जिला प्रशासन
नदी से रेत उत्खनन पर पूरी तरह से प्रतिबंध है तो दिन दहाड़े अवैध उत्खनन कैसे हो रहा है। जिले में उत्खनन का ठेका लेने वाली कंपनी किसकी शह पर अवैध उत्खनन कर रही है। रेत के अवैध खनन के खिलाफ पदयात्रा करने वाले और विधानसभा में लगातार सवाल उठाने वाले लहार से कांग्रेस विधायक और मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह (Leader of Opposition Dr. Govind Singh) अपने क्षेत्र में हो रहे खनन पर चुप क्यों हैं। भिंड के माइनिंग विभाग (Mining Department of Bhind) के साथ-साथ पुलिस (Police) और जिला प्रशासन (District Administration) भी सवालों के घेरे में है।