सतना. यहां के रैगांव में भाजपा में फूट की स्थिति दिखाई दे रही है। टिकट के लिए प्रबल दावेदार माने जा रहे पूर्व मंत्री जुगल किशोर बागरी के बेटे और बहू पार्टी के खिलाफ हो गए हैं। शुक्रवार, 8 अक्टूबर को दोनों ने ही निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया। पुष्पराज बागरी ने जहां खुद नामांकन दाखिल किया है। वहीं, देवराज ने अपनी पत्नी वंदना को चुनाव के मैदान में उतारा है। बीजेपी द्वारा प्रतिमा बागरी को टिकट देने के फैसले से ही दोनों नाखुश थे। इससे पहले गुरुवार को वे अपने समर्थकों के साथ नामांकन फॉर्म लेने कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। इसी मामले में पुष्पराज बागरी और उनके भाई सहित 20 लोगों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज हो गई। पुष्पराज ने 2013 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था। तब बसपा की ऊषा चौधरी 4109 वोटों से विजयी हुई थी।
पुलिस ने स्वतः संज्ञान से केस दर्ज किया
रैगांव से बीजेपी के विधायक और पूर्व मंत्री रहे जुगुल किशोर बागरी के बेटे पुष्पराज बागरी और देवराज बागरी समेत 20 लोगों के खिलाफ सिटी कोतवाली थाना में FIR दर्ज की गई। इनके खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन के आरोप में केस दर्ज हुआ है। पुलिस ने मामले के बारे में खुद से संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया।
धारा 144 के उल्लंघन के तहत मामला दर्ज
शुक्रवार सुबह पुलिस ने इनके कलेक्ट्रेट पहुंच कर पर्चा लेने पर संज्ञान ले लिया। पुलिस का मानना है कि इन्होंने आचार संहिता लगने के बाद जिलेभर में प्रभावी धारा 144 का उल्लंघन किया है। टीआई (TI) सिटी कोतवाली एसएम उपाध्याय ने बताया कि पुलिस ने पुष्पराज बागरी और देवराज बागरी समेत 20 लोगों के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन का प्रकरण दर्ज किया है। इनके साथ आए अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है।