BHOPAL. बीजेपी संसदीय दल और चुनाव समिति में से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को हटा दिया गया है। 17 अगस्त को आई इस खबर के राजनीतिक गलियारों में कई मायने निकाले जा रहे हैं। बड़ी बात ये भी है कि मध्य प्रदेश से सांसद और केंद्रीय मंत्री रहे सत्यनारायण जटिया को दोनों ही संगठनों (बीजेपी संसदीय दल और चुनाव समिति) में रखा गया है।
जानिए, कौन हैं सत्यनारायण जटिया
सत्यनाराण जटिया बीजेपी के वरिष्ठ नेता और औपचारिक संघीय मंत्री भी हैं। उन्होंने विक्रम विश्वविद्यालय (उज्जैन) से डॉक्टरेट की डिग्री ली। उन्होंने देश में आपातकाल के दौरान सक्रिय राजनीति में एंट्री ली और उन्हें MISA के तहत हिरासत में लिया गया। जटिया ने 1977 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ा और अपनी पहली राजनीतिक जीत हासिल की थी। 1980 से उज्जैनसे लोकसभा के लिए चुनाव लड़ना शुरू किया था और 7 बार सांसद बने। 1998 से 2004 की अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे। 2014 में उन्हें राज्यसभा के लिए चुना गया था।
3 साल पहले मोदी की एक फोटो वायरल हुई और ...
2019 में सत्यनारायण जटिया चर्चा का विषय बने थे। असल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक बच्चे के साथ फोटो शेयर हुई थी, जिसमें पीएम ने एक बच्चे को अपना खास दोस्त बताया था। बाद में पता चला कि बच्ची तब राज्यसभा सांसद रहे और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सत्यनारायण जटिया की पोती है। जटिया अपने बेटे और बहू के साथ पीएम मोदी से मिलने गए थे।
इस दौरान पीएम मोदी बच्ची को गोद में लेकर दुलार रहे थे। मोदी ने जटिया की पोती के साथ फोटो सोशल मीडिया पर शेयर की थी। इसमें उन्होंने लिखा था- मेरा स्पेशल दोस्त हमसे मिलने लोकसभा पहुंचा। इस बच्ची की नाम रुद्राक्षी है और तब वह 6 महीने की थी। सत्यनारायण जटिया के बेटे-बहू ने भी मोदी से मुलाकात की थी। उस दौरान ये फोटोज सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थीं।
अब गलियारों में ये चर्चा
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी और सत्यनारायण जटिया की उस दौरान जो मुलाकात हुई थी, उसका फल आज यानी संसदीय बोर्ड के फेरबदल में देखा गया। 2023 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिससे पहले यह एक बड़ा बदलाव माना जा रहा है। उधर, कुछ लोगों का ये भी कहना है कि बीजेपी में इस तरह के बदलाव होते रहते हैं।