Neemuch.मध्य प्रदेश सरकार द्वारा गरीबों के लिए न्यूनतम दर पर राशन(Ration at minimum rate) उपलब्ध करवाने के लिए हर गांव में राशन की दुकान(ration shop) खोली गई। राशन की दुकान चलाने के लिए स्व सहायता समूह का गठन करके इनके मुखिया को राशन बांटने की जिम्मेदारी दी गई लेकिन कुछ राशन माफिया(ration mafia) द्वारा गरीबों के राशन का हक छीनकर उसमें हेराफेरी कर अपना जेब भर लेते हैं। ऐसा ही एक मामला गरोठ के उदल्याखेड़ी उचित मूल्य की दुकान का मामला सामने आया है। ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों को शिकायत की गई थी। समय पर राशन नहीं मिलता है। ग्रामीणों की शिकायत पर उचित मूल्य की दुकान को सील कर दिया था। उसके पश्चात जांच में दोषी पाए गए उचित मूल्य दुकान संचालिका मां-बेटी ने शासकीय उचित मूल्य की दुकान से 60.22 क्विंटल गेहूं, 4.80 क्विंटल चावल, 304 लीटर केरोसिन गायब, लगभग 1 लाख 60 हजार रुपए का गबन किया गया। उचित मूल्य दुकान संचालिका मां-बेटी के खिलाफ राशन गबन के मामले में कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी माया दिनकर द्वारा गरोठ थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई।
लंबे समय हो रही है राशन की कालाबाजारी
जिले में सरकारी राशन की कालाबाजारी का काम लगातार जारी है। मंडी व्यापारियों के साथ अब छोटे दुकानदार भी इसमें शामिल हो गए। करीब 2 वर्ष पूर्व सहस्त्र मुखेश्वर महादेव मंदिर रोड तालाब के पास किनारा व्यापारी की दुकान पर कार्रवाई की। यहां से 20 कट्टे सरकारी गेहूं व चावल के जब्त किए। इनमें पांच कट्टे पिकअप में लोड किए जा रहे थे। मनासा, रामपुरा व कुकड़ेश्वर में राशन की कालाबाजारी लंबे समय से जारी है। प्रशासन की छापेमारी में लोडिंग वाहनों से सरकारी राशन बरामद किया गया। कई दुकानें भी सील की गईं।