अविनाश नामदेव, Vidisha. विदिशा में इन दिनों भीषण गर्मी लोगों के लिए मुसीबत बनी हुई है। शहर में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पास पहुंच गया है। ऐसे में स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी खासे परेशान हो रहे हैं। उनके पालक भी अब स्कूल से मांग कर रहे हैं कि इस भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी कर दी जाए। हालांकि शासन स्तर से 1 मई से ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया गया है। वहीं कुछ निजी स्कूलों ने पालकों की मांग को देखते हुए अवकाश की घोषणा कर दी है।
ऑनलाइन क्लास लगाने की मांग
पालकों ने कोर्स पूरा करने के लिए ऑनलाइन क्लास लगाने की मांग की है क्योंकि इतनी गर्मी में जहां एक तरफ डॉक्टर लोगों को घर से बाहर न निकलने की सलाह दे रहे हैं, तो वहीं तपती धूप में मासूम स्कूल जाने के लिए मजबूर हैं। सरकार ने भले ही समय में परिवर्तन करके स्कूल 12 बजे तक चलाने के आदेश जारी किए हैं लेकिन फिर भी बच्चों को घर आते-आते दोपहर हो जाती है। लू का खतरा भी बढ़ जाता है। इस प्रचंड गर्मी में बड़ों का भी हाल बेहाल है और बच्चों पर भी खासा असर दिखाई पड़ रहा है।
सड़कों पर सन्नाटा, अस्पताल में भीड़
इन दिनों गर्मी में डॉक्टर आवश्यक काम होने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दे रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में मौसमी बीमारी के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। लू, उल्टी, दस्त और अन्य बीमारियों के मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। तेज तापमान के चलते दोपहर में सन्नाटा पसर जाता है। गर्मी से लोग बेहाल हैं। दोपहर में शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है। दोपहर में एक से तीन बजे तक सड़क पर इक्का-दुक्का लोग ही लोग दिखाई देते हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत स्कूली छात्र-छात्राओं को हो रही हैं। दोपहर 12 बजे स्कूल की छुट्टी होने पर बच्चों को घर जाने में परेशानी उठानी पड़ रही है।
गर्मी ने तोड़ा 122 साल का रिकॉर्ड
देश में इस बार गर्मी ने मार्च महीने में पिछले 122 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। मार्च 2022 में दर्ज किया गया औसत अधिकतम तापमान 1901 से 2022 तक पिछले 122 सालों में 33.10 डिग्री सेल्सियस के साथ अब तक का सबसे ज्यादा है। इसने 33.09 डिग्री सेल्सियस के मार्च 2010 के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। विदिशा का तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच चुका है। आने वाले दिनों में तापमान और ज्यादा बढ़ने की आशंका है।