Bhopal. केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया 9 मई को भोपाल दौरे पर आए थे। यहां उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कांग्रेस नेताओं पर तंज कसा। सिंधिया ने किसी का नाम लिए बिना कहा- मैं आपको बताना चाहता हूं कि जब मैं कांग्रेस में था, तब भी कुछ लोगों को खुजली थी। आज मैं बीजेपी में हूं, तब भी उन्हीं लोगों को खुजली आती है। मैं अपनी राह पर चला हूं, जनसेवा की राह पर चला हूं, प्रगति और विकास की राह पर चला हूं। उनको अपनी नीति, अपनी सोच सलामत। मेरा जुड़ाव, मेरा लगाव, मेरा संकल्प और मेरा भगवान, मेरे क्षेत्र की जनता है।
#कांग्रेस के आरोपों पर सिंधिया का पलटवार ।
ना जाने क्यों, जब मैं कांग्रेस मैं था तब भी कुछ लोगों को खुजली आती थी ।
आज मैं बीजेपी में हूं तब भी उन्हीं लोगों को खुजली आती है ।@JM_Scindia @BJP4MP @INCMP pic.twitter.com/6oWxuyUMjz
— TheSootr (@TheSootr) May 10, 2022
पिछले साल हुआ था गद्दार पर विवाद
4 दिसंबर 2021 को सिंधिया, दिग्विजय के गढ़ राघौगढ़ पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री बनने के बाद पहली बार सिंधिया राघौगढ़ पहुंचे थे। इसी दिन दिग्विजय मधुसूदनगढ़ के कार्यक्रम में गए थे। यहां उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार (Congress Govt) तो बन गई थी। सिंधिया जी छोड़कर चले गए और एक-एक विधायक के 25-25 करोड़ रुपए ले गए। अरे, कांग्रेस के साथ गद्दारी कर गए, इसका मैं क्या करूं। किसने सोचा था। जनता ने तो कांग्रेस की सरकार बनवा दी थी। इतिहास इस बात का साक्षी है। एक व्यक्ति गद्दारी करता है, तो उसकी पीढ़ी दर पीढ़ी गद्दारी पे गद्दारी करती है। तो सोच समझ के गद्दारी करना।
दिग्विजय के आरोप पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा था मैं उस स्तर तक नहीं गिरना चाहता। मैं उनकी कोई पोल नहीं खोलूंगा। सिंधिया परिवार का अपना एक स्तर है और उसे मैं बरकरार रखूंगा। जो लोग आतंकी ओसामा बिन लादेन को ओसामा जी कहते हैं। जो कहते हैं कि जब वो सत्ता में आए तो अनुच्छेद 370 दोबारा से लागू करवा देंगे। ऐसे लोगों को आप (मीडिया) जनता ही बताएगी कि कौन गद्दार है और कौन नहीं।
गद्दार विवाद पर दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन ने कहा था- उनमें (सिंधिया) और हममें एक अंतर है। हम एक बार जिस पार्टी में आ गए, फिर उसी में रहते हैं। सिंधिया जी अगर पोल खोलना चाहते हैं तो खोलते क्यों नहीं, उन्हें किसका डर है।