ग्वालियर. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और उनकी पत्नी प्रियदर्शिनी राजे (Priyadarshini Raje Scindia) की लव स्टोरी किसी फिल्म से कम नहीं है। शादी (marriage) से पहले दोनों ने तीन साल तक एक-दूसरे को डेट किया था। फिर सिंधिया ने उन्हें 'महारानी' बनाया। दिल्ली में दोनों की पहली मुलाकात 1991 में हुई थी। ज्योदिरादित्य ने पहली मुलाकात में ही फैसला कर लिया था कि वह प्रियदर्शनी से ही शादी करेंगे। दिसंबर 1994 में दोनों की शादी हुई। प्रियदर्शनी 2012 में 50 सबसे खूबसूरत महिलाओं में शामिल हो चुकी हैं।
1994 में हुई सिंधिया की शादी : प्रियदर्शिनी और ज्योतिरादित्य की शादी 1994 में हुई थी। तब ग्वालियर की महारानी यानि प्रियदर्शिनी सिर्फ 20 साल की थीं। ज्योतिरादित्य सिंधिया को बडोदरा की गायकवाड़ रियासत की राजकुमारी पहली नजर में ही पसंद आ गईं थीं। जब सिंधिया 1993 में अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University) में स्टडी करके वापस भारत आए तो उनकी शादी की चर्चा होने लगी। सिंधिया फैमिली के फंक्शन में सिंधिया प्रियदर्शिनी से दूसरी बार मिले। लेकिन इसके पहले ही उनकी मां माधवीराजे सिंधिया ने उन्हें ग्वालियर रियासत की बहू बनाने का निर्णय ले लिया था।
मां को पसंद आईं थीं प्रियदर्शिनी : इस फैमिली फंक्शन से पहले माधवीराजे की मुलाकात प्रियदर्शिनी से हुई थी। उस समय प्रियदर्शिनी की उम्र 13 साल थी। तब माधवीराजे ने कहा कि यह लड़की बहुत सुंदर है। बड़ोदरा की राजकुमारी रहीं प्रियदर्शिनी राजे जो कि अब ग्वालियर की महारानी हैं, उन्हें अंग्रेजी की एक अंतरराष्ट्रीय महिला मैग्जीन ने देश की 50 सुंदर महिलाओं में शामिल किया था। इसके अलावा 2008 में उन्हें बेस्ट ड्रेस्ड हॉल ऑफ फेम लिस्ट में भी जगह मिली थी।