अशोकनगर/सागर. मध्यप्रदेश में खाद की किल्लत (Shortage of Fertilizer) जारी है, लेकिन अब खाद की समस्या को लेकर किसानों (Farmers) का सब्र टूटने लगा है। खाद की किल्लत से जूझ रहे किसानों ने 25 अक्टूबर को अशोकनगर (Ashok Nagar) में जमकर हंगामा किया। यहां गुस्साएं किसानों ने खाद वितरण केंद्र पर कृषि विभाग के एसएडीओ (SADO) मुकेश रघुवंशी के साथ हाथापाई कर डाली। वहीं, सागर (Sagar) जिले की बंडा विधानसभा से कांग्रेस विधायक तरवर सिंह लोधी (Tarvar Singh Lodhi) ने खाद समस्या के लिए शिवराज सरकार (Shivraj Govt) को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने रोते हुए कहा कि सरकार हमारी विधानसभा क्षेत्र के साथ भेदभाव कर रही है। हमारे हक का खाद उपचुनाव (By Election) वाले क्षेत्र में भेजा जा रहा है।
अशोकनगर में फूटा किसानों का गुस्सा
जिले में किसानों की खरीफ की फसल बाढ़ (Flood) के कारण बर्बाद हो गई। अब रबी की फसल भी खाद नहीं मिलने के कारण बर्बाद हो सकती है। इसको लेकर किसानों का गुस्सा फूटा। किसानों ने एसएडीओ मुकेश रघुवंशी को घेर लिया था। जानकारी के मुताबिक, इस दौरान किसानों ने उन्हें एक-दो थप्पड़ भी मारे हैं। घटनास्थल पर पुलिसकर्मियों ने बीच-बचाव करते हुए मुकेश रघुवंशी को तहसीलदार की गाड़ी में बैठा कर बचाया।
अचानक हुई बारिश से अब किसानों को खाद की आवश्यकता पड़ रही है। प्रशासन पर्याप्त खाद उपलब्ध नहीं करा पा रहा है। वहीं, किसानों का कहना है कि पहले मुंशी ने खाद की किताब और पैसा जमा कर लिया, लेकिन अब बोल रहे हैं कि खाद नहीं है। जिले में खाद वितरण केंद्रों पर लंबी-लंबी लाइने लगी है। प्रशासन दावा कर रहा है कि पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। इसको लेकर किसानों ने कहा कि खाद है तो फिर हमें पांच-पांच दिन से लाइन में क्यों लगा रखा है?
सरकार उपचुनाव वाले क्षेत्र में भेज रही खाद- MLA
सागर में रबी फसल की बोवनी करने के लिए किसानों को खाद की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। यहां बंडा विधानसभा (Banda Assembly) सीट से कांग्रेस (Congress) विधायक तरवर सिंह लोधी खाद वितरण केंद्र पर पहुंचे। यहां किसानों की खाद की समस्या सुनते हुए वह भावुक हो गए। उन्होंने रोते हुए कहा कि सरकार हमारी विधानसभा क्षेत्र के साथ भेदभाव कर रही है। हमारे हक का खाद उपचुनाव होने वाले क्षेत्र पृथ्वीपुर (Prithvipur), टीकमगढ़ (Tikamgarh) भेजा जा रहा है। इससे हमारे क्षेत्र के किसानों को परेशान होना पड़ रहा है।