Gwalior. जिले में पंचायत चुनावों की रणभेरी बज चुकी है। अधिसूचना जारी हो चुकी है और नामांकन भरने का सिलसिला शुरू हो चुका है। ग्वालियर जिला पंचायत के लिए अध्यक्ष का पद आरक्षण में चला गया है। ये सीट अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित हुई है। जिले की 13 जिला पंचायत सदस्य सीट में से महज तीन महिला अनुसूचित जाति के लिए रिजर्व हैं यानी तय हो गया है कि अगला जिला पंचायत अध्यक्ष इन तीन सदस्यों में से ही एक बनेगा।
प्रत्याशी का चयन टेढ़ी खीर
इस बार जिला पंचायत अध्यक्ष अनुसूचित जाति की महिला सदस्य को बनना है सो कांग्रेस और बीजेपी दोनों के सामने योग्य प्रत्याशी का चयन कड़ी चुनौती है लेकिन दिक्कत है ओबीसी की। ग्वालियर जिला ग्रामीण क्षेत्र ओबीसी बाहुल्य माना जाता है सो ऐसे प्रत्याशी की दरकार है जिसे ओबीसी भी पसंद करें। खतरा ये मंडरा रहा है कि इन सीटों पर ओबीसी नेता अपने स्वतंत्र कैंडिडेट्स उतारकर खेल खराब न कर दें। ग्वालियर ग्रामीण से बीजेपी विधायक और प्रदेश सरकार में उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के खास हैं जबकि ग्रामीण बीजेपी के अध्यक्ष कौशल शर्मा बीजेपी ग्रामीण के अध्यक्ष हैं जो गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के खास हैं। वैसे दोनों के बीच संबंध सौहाद्र नहीं है लेकिन विगत दिनों डॉ. मिश्रा के तोमर के बंगले पर जाकर एकांतवार्ता करने के बाद से लग रहा है कि इसका असर ग्रामीण की राजनीति पर भी पड़ेगा।
अफसरों की पत्नियों पर निगाह
बीजेपी की निगाह इस क्षेत्र के लिए अनुसूचित जाति के पूर्व अफसरों की पत्नियों पर है जो पढ़ी लिखी भी हों और जिन्हें आगे के लिए तैयार भी किया जा सके। उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह का कहना है कि बीजेपी कार्यकर्ता तो सदैव तैयार रहता है। हम किसी जाति के हिसाब से नहीं, अपने किए कामों के आधार पर चुनाव लड़ते हैं और मोदी और शिवराज के नेतृत्व में पार्टी ने विकास के जो काम किए हैं उससे हमें वोट मिलना और जीत मिलना तय है।
आरक्षण के बाद की तस्वीर
जनपद पंचायत मुरार का अध्यक्ष पद अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित हुआ है। जनपद पंचायत घाटीगांव (बरई) के अध्यक्ष का पद अनारक्षित महिला, जनपद पंचायत डबरा के अध्यक्ष का पद अनारक्षित और जनपद पंचायत भितरवार के अध्यक्ष का पद अनुसूचित जाति महिला के लिए आरक्षित हुआ है। जिला पंचायत सदस्य निर्वाचन क्षेत्र के आरक्षण की प्रक्रिया विधिवत संपादित होने के बाद जो तस्वीर सामने आई है, उसके मुताबिक जिला पंचायत सदस्य वार्ड-1 अनारक्षित महिला के लिए, वार्ड-2 अन्य पिछड़ा वर्ग महिला, वार्ड-3 अनुसूचित जाति महिला, वार्ड-4 अनारक्षित महिला, वार्ड-5 अनारक्षित महिला, वार्ड-6 अनुसूचित जनजाति महिला, वार्ड-7 अनुसूचित जाति महिला, वार्ड-8 अनारक्षित, वार्ड-9 अनुसूचित जाति, वार्ड-10 अनारक्षित महिला, वार्ड-11 अनारक्षित, वार्ड-12 अन्य पिछड़ा वर्ग एवं वार्ड-13 अनारक्षित रहा है।
अभी कोई जोश नहीं
अधिसूचना जारी होने के तीन दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक इसको लेकर प्रत्याशियों या समर्थकों में कोई खास उत्साह नजर नहीं आ रहा है। दो दिन में जिला पंचायत सदस्य के रूप में एक भी नामांकन नहीं भरा गया। अलबत्ता 13 लोग फॉर्म खरीदकर जरूर ले गए हैं। अभी तक कुल 47 फॉर्म गए हैं। गौरतलब है कि प्रत्याशी 6 जून को दोपहर 3 बजे तक ही अपने नामांकन जमा कर सकेंगे।