GWALIOR.गुर्जर प्रतिहार वंश के सम्राट मिहिर भोज की जातीय विरासत को लेकर इस समय ग्वालियर-चबंल में घमासान मचा हुआ है। एक साल पहले ग्वालियर में जब इनकी मूर्ति स्थापित हुई तो अनावरण से पहले ही विवाद मच गया था। ऐसा इसलिए क्योंकि क्षत्रिय समाज और गुर्जर दोनों ही जातियों के लोग इन्हें अपना पूर्वज बताते हैं। अब आज 30 अगस्त को गुर्जर समाज ने प्रतिमा स्थापना दिवस पर आयोजन की घोषणा की तो फिर बवाल मच गया। बीती देर रात तक प्रशासन दोनो पक्षों से बातचीत करने में लगा रहा लेकिन बात नहीं बनी तो कलेक्टर ने धारा 144 लगाकर सभी प्रकार की रैलियों,धरना और प्रदर्शनों पर रोक लगा दी। प्रतिमा स्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
सोशल मीडिया और प्रचार पर भी रोक
कलेक्टर ने अपने आदेश में कहा है कि पूर्व में पट्टिका को लेकर टकराव और विवाद की स्थिति बन चुकी है। अगर फिर रैली या सभा हुई तो सद्भाव की स्थिति बिगड़ सकती है,इसलिए किसी भी संगठन के सम्राट मिहिर भोज से संबंधित आयोजन पर रोक रहेगी। इसको लेकर किसी भी तरह के कट आउट,बैनर -पोस्टर,जाति समुदाय के खिलाफ नारे,रैली,भोज,प्रदर्शन,भड़काऊ भाषण का प्रकाशन,निजी और सार्वजनिक स्थल पर उसका प्रदर्शन और सोशल मीडिया पर पोस्ट करने पर रोक लगाई गई है।
स्कूलों की कर दी छुट्टी
कलेक्टर के इस आदेश के बाद शिवपुरी लिंक रोड और झांसी रोड का यातायात भी रोक दिया गया। इसी को ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र में स्थित सभी स्कूल और कॉलेजे की छुट्टी घोषित कर दी है। शहर के ज्यादातर प्रमुख निजी स्कूल शिवपुरी लिंक रोड पर ही स्थित हैं।
पूरा क्षेत्र छावनी बना
पुलिस ने इस पूरे इलाके को छावनी में बदल दिया है। चिरवाई नाका स्थित प्रतिमा के चारो तरफ 500 मीटर के दायरे में हर तरफ के ट्रैफिक को बंद कर दिया गया है। सरस्वती शिशु मंदिर केदारपुर से चिरवाई रोड,शीतला माता मंदिर तिराहा से चिरवाई नाका रोड,लिटिल एंजिल्स स्कूल तिराहा से नाका रोड और अंडर ब्रिज से चिरवाई नाका रोड को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से प्रतिमा स्थल के आसपास स्थानीय फोर्स के अलावा एसएएफ की दो कपनियां भी तैनात की गई हैं।