कवि छोकर, Sehore. सीहोर में बिजली विभाग की लापरवाही का एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। सीहोर निवासी महेंद्र विश्वकर्मा मुरली रोड पर अपना नया मकान बना रहे है। इसके लिए उन्होंने 5 महीने पहले बिजली विभाग से अस्थाई कनेक्शन लिया। जब अप्रैल महीने में महेंद्र के पास बिजली विभाग से चार लाख रुपए का बिजली बिल आया, तब महेंद्र ने सीहोर बिजली विभाग कार्यालय में पहुंचकर बिल कम करने का आवेदन दिया।
बिजली विभाग का झटका
हद तो तब हो गई जब महेंद्र ने मई महीने का बिजली का बिल देखा। अब महिंद्र का बिल चार लाख रुपए से बढ़कर दस लाख रुपए के ऊपर हो गया। सीहोर शहर में महेंद्र के इस बिल की चर्चाएं हो रही है और बिजली विभाग की लापरवाही से हर कोई अचंभित है। बिजली विभाग द्वारा महिंद्र की समस्या कम करने की बजाय उसको और बढ़ा दिया है। बिजली विभाग के चक्कर काटते-काटते महेंद्र अब मानसिक रूप से काफी परेशान हो चुका है।
कब होगा निराकरण
महेंद्र का कहना है कि मैं बैंक से लोन लेकर मकान बना रहा हूं। ऊपर से दस लाख रुपए का बिजली का बिल आया है। मैं समझ नहीं पा रहा हूं कि मैं क्या करूं। जब इस संबंध में बिजली विभाग के महाप्रबंधक सीके पवार से बात की तो उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इस समस्या का निराकरण किया जाएगा।