शिवराज सिंह राजपूत, SEHORE. सीहोर जिले के जावर (Jawar) के किसान सूर्यपाल सिंह ठाकुर (Suryapal Singh Thakur) के नेतृत्व में क्षेत्र के किसानों ने मिलकर ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान कजलास, जीवापुर मवडिया, बिशुखेड़ी और कुंडिया नाथू के किसान मौजूद थे।
किसनों की सरकार से मांग
वहीं ज्ञापन वाचन में सूर्यपाल सिंह ठाकुर ने कहा कि आज मेरे प्रदेश का किसान अपनी फसल के उचित मूल्य के लिए तरस रहा है। किसान केवल अपना पेट नहीं भरता, किसान तो पूरे प्रदेश और देश की जनता का पेट भरता है। लेकिन किसान आज पूरी तरह बर्बाद हो रहा है। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मांग है कि कृषि उपज लहसुन और प्याज का निर्यात तुरंत प्रभाव से लागू करवाए या भावांतर योजना या राजस्थान की तर्ज पर बाजार हस्तक्षेप योजना को लागू करवाएं। इसके संबंध में मध्यप्रदेश शासन को भी प्रस्ताव पास कर केंद्र को भेजी जानी चाहिए।
किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई
ज्ञापन में आगे कहा गया है कि लहसुन की लागत 3000 रुपए क्विंटल से अधिक है। वहीं मंडी में ₹300 से ₹600 क्विंटल बिक रहा है। इसी तरह प्याज की लागत ₹2000 प्रति क्विंटल है लेकिन मंडी में ₹500 से ₹800 प्रति क्विंटल बिक रहा है। इन दामों से किसानों को अपनी फसल मंडी तक ले जाने तक का भाड़ा नहीं निकल पाता है। इसलिए किसान खेती छोड़कर जमीन बेचने पर मजबूर हो रहे हैं। किसानों की आय दोगुनी करने के वादे खोखले साबित हो रहे हैं। आय दुगनी तो नहीं हुई बल्कि खाद बीज और रासायनिक दवाइयां दुगनी हो गई हैं। कृषि लागत बढ़कर डबल हो गई है। किसानों को अपनी उपज का उचित रखरखाव भी नहीं मिल पा रहा है। गांव-तहसील स्तर पर प्याज-लहसुन के भंडारण की कोई व्यवस्था नहीं है। किसान अपना धैर्य खोता जा रहा है, जहां सरकार एक और स्मार्ट सिटी, मिनी सिटी बनाने की बात कर रही है लेकिन भारत की 70 प्रतिशत जनसंख्या जो कृषि पर आधारित है। वह अपनी मूलभूत सुविधा से कोसों दूर होता जा रहा है। उक्त फसल का उचित दाम दिलाया जाए अन्यथा जिले के विधायक और सांसद के घरों का घेराव किया जाएगा। आवश्यकता हुई तो विधानसभा का घेराव करने में भी परहेज नहीं करेंगे।