शिवराजसिंह राजपूत, सीहोर. रुद्राक्ष महोत्सव स्थगित होने पर शिवराज सरकार की भारी आलोचना हो रहा है। विपक्ष से लेकर पार्टी के दिग्गज नेता ही सीएम के गृह जिले में महोत्सव के स्थगित होने पर भड़के हुए हैं। ऐसे सियासी माहौल के बीच सीहोर के बीजेपी विधायक सुदेश राय की जुबान फिसली है। सुदेश राय ने पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा को सीहोर के लिए दुखदाई बताया है।
सुदेश राय की फिसली जुबान: ये हमारी लिए दुखदाई है कि सीहोर में पं. प्रदीप मिश्रा की कथा का आयोजन हुआ। कथा के स्थगित होने की तहकीकात बाद में करेंगे। अभी हम सभी का एक ही धर्म है कि कथावाचक का नाम रोशन करें। हम सभी वाद-विवाद की जगह गुरूजी की सेवा में लग जाए। 1 मार्च को सुदेश राय कथा स्थल पर व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे थे। इसी दौरान उनकी जुबान फिसल गई।
खूब सियासत हुई: 28 फरवरी को कथा के स्थगित होने के बाद सियासी माहौल गर्माया। सरकारी की किरकिरी देखते हुए गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने 1 मार्च को मोर्चा संभाला। मिश्रा ने व्यवस्थाओं को लेकर कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा से बात की। कहा कि महाराज दंडवत कर रहा हूं, आपके आशीर्वाद से ही सरकार है महाराज। इधर पूर्व सीएम कमलनाथ ने सरकार को घेरा। पूर्व सीएम ने कहा कि शिवराज जी के गृह जिले में दबाव डालकर कथा का स्थगन कराना शर्मनाक है। वहीं, बीजेपी के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय ने इस मामले को लेकर लैटर बम फोड़ा था। उन्होंने सीएम से पूछा था कि ऐसी कौनसी विपदा आ गई जिसकी वजह से कथा को समाप्त करने के लिए दवाब बनाया गया।
ये है पूरा मामला: सीहोर में रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन किया जा रहा था। 7 दिन की इस कथा में 15 लाख श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान था। लेकिन पहले ही दिन यहां 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंच गए। इससे व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई। इंदौर-भोपाल स्टेट हाईवे पर करीब 6 घंटे तक जाम रहा। कथा सुनने आए श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। प्रशासन ने कथावाचक से बात की। जिसके बाद कथावाचक ने मंच से रोते हुए कथा स्थगित कर दी। उन्होंने भावुक होकर ऊपर से बार-बार दबाव आ रहा है, इसलिए कथा स्थगित कर रहा हूं। मुझे क्षमा करे, देश के कोने-कोन से आए श्रद्धालुओं के लिए मैं व्यवस्था नहीं कर पाया। अब कथा का आयोजन ऑनलाइन ही होगा।