BHOPAL. राष्ट्रीय ध्वज के प्रति जागरुकता और देशभक्ति की भावना जगाने के लिए 11 अगस्त से हर घर तिरंगा अभियान चलाया जाएगा। सप्ताह भर चलने वाले इस अभियान में लोगों को प्रेरित किया जाएगा कि वे झंडा खरीदकर अपने घर पर लगाएं। राज्य शासन ने इस संबंध में सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी कर 10 जुलाई तक कार्य योजना और घरों की संख्या मांगी है। ताकि हर घर के लिए राष्ट्रीय ध्वज उपलब्ध कराए जा सकें।
अमृत महोत्सव के तहत अभियान की रूपरेखा तैयार
केंद्र सरकार ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत इस अभियान की रूपरेखा तैयार की है। राज्य शासन ने इस अभियान के लिए संस्कृति विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है। सभी कलेक्टर अपने जिलों की कार्य योजना बनाकर संस्कृति विभाग के स्वराज भवन को भेजेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग ने दिए गए निर्देशों के तहत हर घर के लिए झंडा तैयार करने के लिए गांव, गली और मोहल्लों से घरों का आंकड़ा जुटाया जाएगा। झंडा बनाने का काम स्व सहायता समूहों, सूक्ष्म-लघु-मध्यम उद्यमों, दर्जियों और प्रिंटर्स को काम सौंपा जाएगा। ध्वज की कीमत भी समूह ही तय करेंगे। भारतीय ध्वज संहिता-2002 में 31 दिसंबर 2021 को किए गए संशोधन के तहत हाथ से बुने और काते गए कपड़ों के अलावा मशीन से निर्मित सूती, रेशमी, पॉलिस्टर और खादी के कपड़े से भी राष्ट्रीय ध्वज बनाए जा सकेंगे।
जनजागरुकता अभियान चलेगा, खरीदी के लिए करेंगे जागृत
ईच वन, गिफ्ट वन अभियान के तहत प्रदेश भर में जनजागरुकता अभियान चलाया जाएगा। ये अभियान पंचायती राज संस्थाओं, नगरीय निकायों, एनजीओ और जन अभियान परिषद के जरिए चलाया जाएगा। ध्वज वितरण कार्यक्रम में स्थानीय संगठनों और संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा। इस अभियान के तहत हर व्यक्ति को जागृत किया जाना है और अपने खर्च पर खरीदी कर ध्वज लगाएं। इसके साथ ही ध्वज के लिए संस्कृति विभाग हर जिले को 1-1 लाख रुपए देगा। जिले में उपलब्ध ग्राम पंचायत, जनपद, जिला पंचायत, नगरीय निकायों के अलावा जन सहभागिता, सीएसआर, सार्वजनिक उपक्रमों और स्रोतों से भी इस खर्च की पूर्ति की जा सकेगी।