पिपरिया में संगोष्ठी: डेटा न्यू करेंसी, डिजिटल होना डिस्ट्रेक्ट नहीं-आनंद पांडे

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पिपरिया में संगोष्ठी: डेटा न्यू करेंसी, डिजिटल होना डिस्ट्रेक्ट नहीं-आनंद पांडे

होशंगाबाद. जिले की पिपरिया में 9 जनवरी को संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जन चेतना पत्रकार मंच पिपरिया के इस कार्यक्रम में संवाद (Seminar on data and unemployment pipariya) का विषय था 'एक GB डाटा बेरोजगारी का अहसास नहीं होने देता'। इस मौके पर कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि और द सूत्र के एडिटर इन चीफ आनंद पांडे (Anand Pandey) ने बताया कि डेढ़ GB डाटा हमें नींद का भी एहसास नहीं होने देता। या तो हमें ये नेहरू जी याद दिला रहा है। या फिर हम 15 लाख में जी रहे हैं। वर्तमान में तो ये हमें जीने ही नहीं दे रहा। वहीं, ABP न्यूज के सीनियर जर्नलिस्ट ब्रजेश सिंह राजपूत (Brajesh singh rajput) ने बताया कि हम सब ज्ञान के भूखे लोग हैं। मगर दिक्कत ये है कि वॉट्सऐप से जो जानकारी आ रही है। वो एक खास एंगल के जरिए भेजी जा रही है। हमने उस जानकारी को ही ज्ञान मान लिया है।



'यहां से पीछे नहीं लौट पाएंगे': सीनियर जर्नलिस्ट आनंद पांडे ने बताया कि जहां आकर हम खड़े हो गए हैं। यहां से कभी पीछे नहीं लौट पाएंगे। देश का पप्पू कौन? ये किसने सिखाया। कौनसी मेनस्ट्रीम मीडिया (mainstream media) ने ये छापा? किस अखबार में छपा? ये हमें डेढ़ जीबी डाटा ने सिखाया। ये आपके दिमाग पर कब्जा कर ले रहा है। आप को काबू कर ले रहा है। ये जो चाहें वह आप पहनेंगे। ये जो चाहे वो आप ओढेंगे। सब कुछ इससे तय हो रहा है। 



उन्होंने बताया कि मेरे पिताजी मुझे बताते थे कि समय और ऊर्जा, पैसा। ये कहीं न कहीं अपना रास्ता बना लेते हैं। इसीलिए इसे हमेशा अच्छे कामों में इन्वेस्ट करके रखो। अब इसमें एक चीज डाटा भी जोड़ लीजिए। अब हमें समझना पड़ेगा कि हम कैसे इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। आपको जानकारी हैरानी होगी कि हर एक मिनट में तमाम सोशल साइट्स पर 500 घंटे का वीडियो डाला जा रहा है। डेटा इज न्यू करेंसी। सभी डेटा कलेक्ट करने में लगे हैं। लोग कहते हैं कि पत्रकारिता (Ethics of journalism) इसलिए अच्छी नहीं हो सकती है कि बाजार का बहुत दबाब है। बाजार कि चिंता जरूर करो। लेकिन इतनी भी नहीं कि आप बाजारू हो जाओ। हमें डिजिटल तो होना ही पड़ेगा, क्योंकि अब हम यहां से पीछे नहीं लौट सकते, लेकिन डिजिटल होने के चक्कर में डिस्ट्रेक्ट नहीं होना है



सीताशरण शर्मा बोले- हमसे सामाजिकता छीन लीः कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने डॉ. सीताशरण शर्मा (Sitasharan Sharma) ने बताया कि आभासी दुनिया में तो हम पहले भी जीते थे। हमारा मन भी आभासी दुनिया में घूमता है, उसे हम मनोरस कहते हैं। हमें विज्ञान में पढ़ाया जाता है कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है, और पशु सामाजिक प्राणी नहीं है। लेकिन सोशल मीडिया ने हमसे सामाजिकता छीनी है। इसलिए ही ये सारी समस्याएं पैदा हो रहा है। 




कार्यक्रम में मौजूद लोग।

कार्यक्रम में मौजूद लोग।




कार्यक्रम में ये लोग मौजूद रहे: इस कार्यक्रम (seminar in pipariya hoshangabad) में पिपरिया की छात्रा नवश्री ठाकुर को सम्मानित किया गया। साथ ही कोरोना काल में अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए BMO डॉ.ए.के अग्रवाल का इस मौके पर सम्मान किया गया। वहीं, कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक ठाकुरदास नागवंशी ने की। इसके अलावा पूर्व विधायक हरिशंकर जायसवाल, बीजेपी जिलाध्यक्ष माधवदास अग्रवाल, सीनियर जर्नलिस्ट राजेंद्र हरदेनिया, एकता स्पोर्ट्स क्लब के अध्यक्ष बलराम सिंह बैस, वरिष्ठ बीजेपी नेता नवनीत नागपाल मौजूद रहे। वहीं, गिरधर मल्ल ने इस कार्यक्रम का संचालन कराया। 


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