इंदौर. बांग्लादेशी लड़कियों की तस्करी (Bangladeshi Girl Trafficking) के मामले में सेक्स रैकेट (Sex Racket) के सरगना विजय दत्त उर्फ मोमिनुल रशीद ने खुलासा किया है। पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसने लड़कियों की तस्करी से 8 महीने में 80 लाख रुपए कमाए हैं। ये रकम देश के अलग-अलग राज्यों में बेची गई लड़कियों के बदले में मिली थी। पुलिस ने उसके IDBI बैंक के खाते को सीज कर दिया है। इस गिरोह ने करीब 5 हजार से ज्यादा लड़कियों की तस्करी की थी। मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। उनकी निशानदेही पर पूरे गिरोह की पड़ताल की जा रही है।
25 हजार में खरीदकर 1 लाख में बेचता था
विजय नगर थाना प्रभारी तहजीब काजी के मुताबिक, आरोपी मोमिनुल 25 हजार रुपए में बांग्लादेश से लड़कियों की खरीदता था और एक लाख रुपए में बेच देता था। ये रुपए दलालों के जरिए उसके खातों में आते थे। इसमें से कुछ वह युवतियों के परिजन के खाते में ट्रांसफर करता था। ताकि उन्हें यकीन रहे कि उनकी बेटी की भारत में नौकरी लग गई है।
25 साल से धंधे में था
पूछताछ में मोमिनुल ने बताया कि वह 25 साल से इस धंधे में लिप्त हैं। उसने नाला सोपारा में ह्यूमन ट्रैफिकिंग पुलिस चौकी के सामने एक इमारत में फ्लैट किराए पर ले लिया था और उसमें से पुलिस की सारी गतिविधियां देखता था। विजय की गिरफ्तारी के बाद मुंबई की ह्यूमन ट्रैफिकिंग पुलिस चौकी को यह पता चला तो हड़कंप मच गया। मुंबई पुलिस भी अब उसके सहयोगी की तलाश और उसके पूरे नेटवर्क की जांच में जुट गई है।
NGO के माध्यम से तस्करी
मोमिनुल की पहली बीबी बांग्लादेश में रहती है और वो महिलाओं से जुड़े एनजीओ की संचालक है। बांग्लादेशी परेशान और बेसहारा लड़कियों को भारत में काम दिलवाने के नाम पर अवैध तरीके से हिंदुस्तान बांग्लादेश बॉर्डर पार करवाया जाता था। मोमिन और उसके गिरोह के सदस्य युवतियों के भारत आने के बाद धमकाते थे कि वे अवैध तरीके से भारत आई हैं और इस मामले में वो पुलिस को शिकायत कर देंगे। इस तरह की ब्लैकमेलिंग कर लड़कियों को जिस्मफरोशी के धंधे में उतार दिया जाता था।
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