शहडोल. जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। केशवाही क्षेत्र (keshawahi area) की रहने वाली एक 10 वर्षीय बच्ची को उसके दूर के रिश्ते का जीजा चंद रुपयों के लिए पन्ना (Panna) के मानव तस्करों ( human smugglers) को बेच दिया था। बुढ़ार पुलिस ने मानव तस्कर समेत जीजा को गिरफ्तार कर लिया। वहीं एक आरोपी फरार है, जिसकी बुढ़ार पुलिस तलाश कर रही है और मासूम बच्ची को मानव तस्करों के चंगुल से मुक्त करा लिया। मामले में पुलिस ने जीजा सहित दो अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज (case registered) कर लिया है। बच्ची को मानव तस्कर के चंगुल से छुड़ाकर परिजन के हवाले कर दिया है। बच्ची को पाकर परिवारवाले बेहद खुश हैं और पुलिस की तारीफ कर रहे हैं।
यह है पूरा मामला : धनपुरी एसडीओपी राघवेन्द्र द्विवेदी (Dhanpuri SDOP Raghavendra Dwivedi) ने बताया कि बुढ़ार थाना क्षेत्र के केशवाही चौकी अंतर्गत एक गांव में रहने वाली 10 वर्षीय बच्ची को उसके दूर के रिश्ते के जीजा अजय यादव का बच्ची के घर आना जाना था। मौके का फायदा उठाकर जीजा ने टॉफी, बिस्किट खिलाकर बहला फुसलाकर अपने साथी अशोक नट के साथ तीन जनवरी को बस से पन्ना जिले के देवेंद्र नगर में रहने वाले रंजीत सिसोदिया उर्फ दादू सिह से 60 हजार में बच्ची का सौदा किया।
पांच हजार रुपये एडवांस लेकर वापस आ गया, जब देर रात तक बच्ची का पता नहीं लगा तो स्वजनों ने बच्ची के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर पड़ताल में जुट गई। पता लगा कि दूर के रिश्ते का जीजा बच्ची को ले गया है। बुढ़ार व केशवाही की संयुक्त पुलिस टीम ने शहडोल रेलवे स्टेशन से आरोपित को पकड़ा। पुलिस पूछताछ में उसने पन्ना नील के देवेन्द्र नगर (Devendra Nagar) के रहने वाले रंजीत सिसोदिया उर्फ दादू सिंह से 60 हजार में बच्ची का सौदा करने की बात कही। पुलिस ने पन्ना के राम नगर से रंजीत के कब्जे से बच्ची को मुक्त करा रंजीत को पकड़ कर बुढ़ार ले आई। वहीं इस मामले के एक और आरोपित अशोक नट पुलिस की गिरफ्त से दूर है। जिसकी पुलिस तलाश कर रही है । इस मामले में पुलिस ने तीनों के खिलाफ धारा 363, A 307(4)3(2)(5)STSC एक्ट के तहत मामला कायम कर विवेचना में ले लिया है।