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BHOPAL. आखिरकार मध्य प्रदेश में अफ्रीका से चीते आने की तारीख फाइनल हो गई है। 6 सितंबर को कैबिनेट की बैठक से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नरेंद्र मोदी उनके जन्मदिन 17 सितंबर को कूनो पालपुर पहुंचेंगे। इसी दिन दक्षिण अफ्रीका से आ रहे चीतों का कूनो राष्ट्रीय उद्यान में प्रवेश होगा। साथ ही मोदी कराहल (श्योपुर) में महिला स्वसहायता समूह के सम्मेलन को भी संबोधित करेंगे।
अत्यंत प्रसन्नता का विषय है कि 17 सितंबर को माननीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी का जन्मदिन है और वह इस दिन मध्यप्रदेश पधारकर श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में दक्षिण अफ्रीका से लाए जा रहे चीतों का प्रवेश कराएंगे: CM pic.twitter.com/msSORgY99E
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) September 6, 2022
बाड़े में तेंदुए के चलते नहीं आ पा रहे थे चीते
कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से चीते आने हैं। इनके लिए कूनो में अलग से बाड़े बनाए गए हैं, लेकिन चीतों के लिए बनाए गए बाड़े में तीन तेंदुए रहने लगे। इन्हें बाहर निकालने के लिए टीम महीनों से जुटी हुई थीं। इन्हें बाड़े से बाहर निकालने के लिए सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से दो हाथी भी लाए गए। तीन में से 2 तेंदुए तो बाहर निकल गए। कूनो से निकाले गए इन तेंदुओं को शिवपुरी के माधव नेशनल पार्क में छोड़ा गया। अफ्रीका ने शर्त रखी है कि कूनो में चीते तभी भेजे जाएंगे, जब वहां से तेंदुओं को हटा दिया जाएगा।
अंतिम चरण में सामने आई थीं कमियां
चीता प्रोजेक्ट से जुड़े वन विभाग के अधिकारियों ने साउथ अफ्रीका और नामीबिया से लाए जा रहे चीते कूनो-पालपुर में 13 अगस्त तक पहुंचने का संकेत दिए थे। इसके बाद यहां 15 अगस्त को वीडियो के जरिए देशभर के लोगों को मध्य प्रदेश की धरती पर चीतों की मौजूदगी के दीदार कराए जाने की तैयारी थी, लेकिन अंतिम समय में व्यवस्थाओं की कमियां सामने आने के चलते पूर्वनिर्धारित योजना और उस पर अमल में व्यवधान आ गया था। इसकी चलते अब चीतों को भारत लाने की तारीख करीब दो हफ्ते आगे खिसकने के संकेत मिले थे।
चीतों के बाड़े में घुसे तेंदुए और जंगली कुत्ते
कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन से जुड़े सूत्रों ने बताया था कि चीतों के आने की तारीख आगे बढ़ने की बड़ी वजह इनके लिए पार्क में बनाए गए खास बाड़ों में कुछ तेंदुओं और जंगली कुत्तों की मौजूदगी सामने आई थी। जब तक इन्हें बाड़े से बाहर नहीं निकाला जाता, तब तक इनमें चीतों को छोड़ना खतरे से खाली नहीं हैं। वैसे भी कूनो-पालपुर के जंगल में तेंदुए अच्छी खासी संख्या में होने की बाती सामने आई थी। इन्हें अफ्रीका से लाए जाने वाले चीतों से दूर रखने के लिए ही नेशनल पार्क में 12 वर्ग किलोमीटर के इलाके में 9 फीट ऊंची लोहे की फेंसिंग कर विशेष बाड़े बनाए गए हैं।