Bhopal. मुख्यमंत्री चौहान ने 25 अप्रैल को सुबह 6.30 बजे पीएचई विभाग की बड़ी बैठक बुलाई। मुख्यमंत्री ने सीएम हाउस में ही मीटिंग ली। शिवराज 24 अप्रैल देर रात 1.30 बजे नसरुल्लागंज का दौरा कर लौटे थे। बैठक में पीएस टू सीएम मनीष रस्तोगी, पीएस पीएचई मलय श्रीवास्तव, एमडी जल निगम तेजस्वी नायक, कमिश्नर भोपाल गुलशन बामरा, ईइनसी पीएचई , सीहोर कलेक्टर समेत संबंधित कई अफसर मौजूद रहे।
शिवराज ने पेयजल की स्थिति को लेकर चिंता जताई। साथ ही गर्मी के मौसम में प्रदेश में पेयजल और पानी की सुचारू सप्लाई को लेकर निर्देश दिए। ये भी कहा कि फील्ड में पेयजल की स्थिति में सुधार की जरूरत है। नियमित जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री ये 11 निर्देश
- वोल्टेज की प्रॉब्लम के कारण पानी नही दे पाना चिंताजनक है। विद्युत विभाग से समन्वय कर जल उपलब्ध कराएं।
मेरे मन मे तकलीफ है कि लोगों को पानी समय पर नहीं मिल पा रहा। यह आपकी डयूटी है कि यदि कोई समस्या हो तो समय पर अवगत कराएं।
जितना इन्फ्रास्ट्रक्चर बना हो, उसका इस्तेमाल कर पानी दें।
जहां जरूरी हो, वहां पानी का परिवहन कराएं।
इस टीम की ड्यूटी है कि पानी हर घर में उपलब्ध हो।
समस्याग्रस्त इलाको में टेम्पररी और स्थाई समाधान के प्रयास किए जाएं।
जल जीवन मिशन की योजनाओं का आकलन कर सुधार करें।
ग्राउंड लेवल तक अमले को अलर्ट मोड पर रखें। अमले की और जरूरत है तो जरूरत के मुताबिक पूर्ति करें।
लो प्रेशर बिजली के कारण टंकियों में पानी नहीं भर पाने जैसी समस्याओं और गैप्स को चिन्हित कर तुरंत समाधान करें।
अधिकारी मैदानी स्तर की केवल अच्छी पिक्चर ही नहीं दिखाए, समस्याओं की भी जानकारी भी दें। समस्याओं का समाधान करना और आवश्यक समन्वय कर हल निकालना हमारी जिम्मेदारी भी है और धर्म भी।
इन निर्देशों पर पूरा वर्कआउट करें, एक्शन प्लान तैयार कर आज शाम तक मेरे सामने रखें।