भोपाल. आठ घंटे तक चली कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में पीएम आवास योजना की धीमी गति पर नाराजगी जताई। सीएम ने निवाड़ी, टीकमगढ़ और अनूपपुर के कलेक्टरों को फटकार लगाई। सीएम ने दो टूक कहा कि ये बात साफ दिखाई दे रही है कि कलेक्टर इन योजनाओं की समीक्षा नहीं कर रहे। सीएम ने कहा कि कलेक्टर निकाय स्तर पर सीएमओ कस दें ताकि लोगों को वक्त पर योजनाओं का लाभ मिल सके। सीएम ने चेतावनी देते हुए कलेक्टरों से कहा कि यदि आप से ये नहीं हो पा रहा है तो मैं यहां से आप पर कार्रवाई करता हूं। सीएम ने कहा कि हितग्राही को समय से पैसा न देना सबसे बड़ा कलंक है। कोई यदि गरीबों का पैसा खा जाए, यह माफ करने लायक नहीं है। यदि कोई पैसा खाता है तो उसको नौकरी से तत्काल बर्खास्त करना है। उन्होंने पूछा कि अलीराजपुर आप पीछे क्यों हैं, कोई नीचे पैसे तो नहीं खा रहा है। सीएम ने कहा कि मैं जहां - जहां जाऊंगा, वहां जनता से पूछूंगा। उन्होंने झाबुआ कलेक्टर से कहा कि आपके यहां से भ्रष्टाचार की शिकायतें बहुत आती हैं, यह नहीं चलेगा, इसे ठीक करें।
माफिया पर टेढ़ी नजर
सीएम ने माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए अफसरों को फ्री हैंड दे दिया। सीएम ने कहा कि माफिया और गुंडों की जमीनों पर अब गरीबों को प्लॉट दिए जाएंगे। यहां लोग मकान बना सकेंगे। सीएम ने शनिवार को अफसरों को माफिया के खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी सार्वजनिक करने के लिए कहा। ये भी कहा कि प्रदेश में अवैध रूप से रहने वाले बांग्लादेशियों की भी तलाशी की जाए। भोपाल, खरगोन, इंदौर, झाबुआ, टीकमगढ़ में भू-माफियाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा कार्रवाई की गई हैं।
अवैध शराब के विरुद्ध की गई कार्रवाई
- इंदौर में कुल 40,789 लीटर अवैध शराब जप्त की गई, जिसकी कुल कीमत 1.05 करोड़ रूपये है।