देश में लगातार हर दिन बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel) के दाम आम आदमी की कमर तोड़ रहे हैं। सभी राज्यों में पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें और महंगाई आम आदमी को रुला रही है। ऐसे में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Shivraj Singh) कैबिनेट में खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह (Food and Civil Supplies Minister Bisahulal Singh) ने मंहगाई (Inflation) को लेकर अपना तर्क दिया है। शिवराज सिंह चौहान के मंत्री ने कहा है कि पहले एक रूपये में 10 किलो धान मिलता था, अब 19.18 रूपये में 1 किलो धान बिक रहा है। ऐसे में किसानों को पहले की तुलना में फायदा भी तो अधिक हो रहा है। लोगों को महंगाई को स्वीकार करना चाहिए। मंत्री के इस बयान की खूब चर्चा हो रही है।
बिसाहूलाल सिंह कौन है
बिसाहूलाल सिंह कई बार के विधायक हैं। तीन दशक तक विधायक रहने के बाद पिछले साल ह्रदय परिवर्तन हुआ था। इसके बाद कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी (BJP)का दामन लिया था। उपचुनाव में जीत मिल गई थी। शिवराज सरकार ने खाद्य आपूर्ति मंत्री बनाया है। उनसे सोमवार को महंगाई को लेकर सवाल किया गया है। इसके बाद मंत्री जी ने लोगों को पूरा गणित समझा दिया है। उन्होंने बताया है कि कैसे किसानों को फायदा हो रहा है।
कांग्रेस ने मंत्री के बयान को शर्मनाक बताया
मंत्री बिसाहूलाल सिंह का वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस (Congress) प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा (Narendra Saluja) ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि चुनाव समाप्त होते ही एमपी की शिवराज सरकार के मंत्री बढ़ती महंगाई को लेकर आम जनता और अब किसानों का भी मजाक उड़ाने में लग गए हैं। मंत्री बिसाहूलालजी, उस जमाने में जब धान एक रुपये में 10 किलो मिलता था, तब लागत सिर्फ एक रुपये थी और आज जब धान 19 रुपये किलो है, तब लागत 38 रुपये है, यानि लागत डबल…?
शिवाराज के कई मंत्री दे चुके हैं, महंगाई पर बेतुके बयान
इससे पहले सोमवार को इंदौर के स्थापना दिवस पर इंदौर पहुंचे गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मीडिया से बातचीत के दौरान पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी पर मंत्री महेन्द्र सिंह के बयान का समर्थन किया। वहीं पूर्व सीएम कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा कि पेट्रोल-डीजल पर वैट हमने नहीं कमलनाथ के द्वारा बढ़ाया गया है। बता दें कि मध्य प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया ने रविवार को बयान दिया था कि अगर जनता की आमदनी बढ़ रही है, तो उसे थोड़ी महंगाई भी स्वीकार करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा था कि सरकार नागरिकों को हर चीज मुफ्त में नहीं दे सकती।