SHAHDOL: अजीब सिस्टम है। योजना की स्वीकृति किसी के नाम पर। फ़ोटो किसी की और तो और पैसा किसी तीसरे के खाते में डाल दिए गए। इस चक्कर में मूल हितग्राही भटक रही है। ऐसा ही मामला शहडोल जिले के सोहागपुर जनपद का है। यहां के बिजौरी गांव की दुअसिया को पोर्टल में प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण का हितग्राही तो बना दिया गया लेकिन पैसा दूसरे के खाते में डाल दिये गए। इतना ही नहीं ऑनलाइन पोर्टल में किसी तीसरे के निर्माणाधीन घर की जियो टैगिंग कर दी गई।
रोजगार सहायक ने रचा खेल
यह सारा खेल ग्राम रोजगार सहायक द्वारा रचा गया। रोजगार सहायक ने दुअसिया के प्रधानमंत्री आवास योजना की पहली और दूसरी किश्त किसी लल्लू सिंह गोंड़ के खाते में जमा करा दिए। यही नहीं सचिव ने दुअसिया के घर की जगह किसी मोलिया का निर्माणाधीन भवन दिखा दिया। इस बात की शिकायत जिला पंचायत सीईओ से की गई। सीईओ हिमांशु चन्द्र ने जिला परियोजना अधिकारी पी. सातपुते और सोहागपुर जनपद की सीईओ ममता मिश्रा को मामले की जांच करने के लिए कहा। जांच में मामला सही पाया गया।
ग्राम सचिव भी कम नहीं
जांच में यह बात सामने आई कि रोजगार सहायक अटल बिहारी यादव ने हितग्राही दुअसिया बाई के प्रधानमंत्री आवास की पहली किश्त 25 हज़ार और ददूसरी 45 हजार रुपए अन्य लल्लू सिंह गोंड के खाते में जमा करवा दिया था। दूसरी किश्त जारी हो जाने तक बिजौरी के सचिव ने हितग्राही मोलिया के आवास के फोटो दुअसिया बाई की आईडी से जियो टैग कर दिया। जिससे पोर्टल पर दुअसिया का आवास निर्माणाधीन दिखने लगा। जबकि, मौके पर दुअसिया का आवास अस्तित्व में नहीं हैं।
कलेक्टर ने की कार्यवाही
इस पर शहडोल कलेक्टर वंदना वैद्य ने प्रधानमंत्री आवास योजना के भुगतान में लापरवाही और अनियमितताएं पाए जाने पर ग्राम पंचायत बिजौरी, जनपद पंचायत सोहागपुर के सचिव प्रदीप सिंह को तत्काल निलंबित कर दिया है और रोजगार सहायक अटल को सेवाएं समाप्त करने के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है।