अंकुश मौर्य, भोपाल। सीधी के कोतवाली थाने में पत्रकार कनिष्क तिवारी समेत 8 युवकों के कपड़े उतारे जाने और आपत्तिजनक फोटो वायरल किए जाने के मामले में द सूत्र बड़ा खुलासा करने जा रहा है। सामने आए तथ्यों से एक बार फिर सीधी थाना पुलिस कटघरे में खड़ी नजर आ रही है। सूत्रों ने इस बात की पुष्टि कर दी हैं कि थाने में पुलिसवालों ने ही युवकों के कपड़े उतरवाकर आपत्तिजनक फोटो लिए और उन्हें वायरल भी पुलिसकर्मियों ने ही किया था। मामले की जांच एसपी रेडियो (भोपाल) अमित सिंह को सौंपी गई है। उन्होंने अपनी रिपोर्ट एडीजी (शिकायत) डॉ. अशोक अवस्थी को सौंप दी है। इसके आधार पर थाने में पदस्थ अन्य पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो सकती है।
जांच दल ने दर्ज किए 25 लोगों के बयान
रेडियो एसपी अमित सिंह के नेतृत्व में बनाए गए जांच दल ने रिपोर्ट में करीब 25 लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं। इनमें आवेदक के तौर पर कनिष्क तिवारी समेत 8 युवकों के बयान लिए गए है। निलंबित कोतवाली थाना प्रभारी मनोज सोनी, निलंबित अमिलिया थाना प्रभारी अभिषेक सिंह समेत 10 पुलिसकर्मियों के बयान दर्ज किए है। साथ ही जांच दल ने शहर के वरिष्ठ पत्रकारों और समाजसेवियों के भी बयान लिए है।
थियेटर आर्टिस्ट नीरज कुंदर ने बनाई थी फर्जी फेसबुक आईडी
सीधी की घटना के पीछे की वजह एक फर्जी फेसबुक आईडी है। इसके जरिए स्थानीय बीजेपी विधायक केदारनाथ शुक्ला और उनके परिजन के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट की जाती थी। पुलिस जांच में सामने आया हैं कि थियेटर आर्टिस्ट नीरज कुंदर ने ही अनुराग मिश्रा के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाई थी। जनवरी 2022 में पुलिस ने आईपी एड्रेस के आधार पर नीरज कुंदर के खिलाफ मामला दर्ज किया था। कुंदर की गिरफ्तारी के विरोध में कनिष्क तिवारी समेत 8 युवक 2 अप्रैल को थाने के बाहर धरने पर बैठ गए थे। इसके बाद पुलिस ने उन्हें थाने में बंद कर दिया था।