Jabalpur. माल ढुलाई में बढ़ोतरी के साथ-साथ यात्री ट्रेनों की आवाजाही बढ़ाने के लिए रेलवे ने एक नई योजना बनाई है। जिसके तहत देश में 11 नेक्स्ट जनरेशन फ्रेट मेंटेनेंस यार्ड बनाए जाऐंगे। इनमें से एक के लिए न्यू कटनी जंक्शन के यार्ड को भी शामिल किया गया है। इसका ले आउट बनाने के लिए पश्चिम मध्य रेलवे ने काम भी शुरू कर दिया है। खास बात यह है कि इस यार्ड में क्रेन के जरिए मालगाड़ियों के अनफिट डिब्बों को शिफ्ट कर लिया जाएगा, जिससे बार-बार इंजन शंटिंग की झंझट खत्म हो जाएगी।
अभी काफी मशक्कत भरा है यह काम
वर्तमान में किसी ट्रेन से अनफिट कोच को को अलग करने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। लेकिन स्मार्ट यार्ड की अवधारणा जमीन पर लागू होते ही काफी कम समय और कम मशक्कत से ही यह काम पूरा कर लिया जाएगा। वहीं ट्रेक खाली रहने से यात्री ट्रेनों को भी बिना ज्यादा इंतजार के आवागमन के लिए ग्रीन सिग्नल मिल जाया करेगा।
ये खूबियां रहेंगी स्मार्ट यार्ड में
रेल प्रशासन की मानें तो रेलवे साल 2022-23 में 11 यार्ड को स्मार्ट बनाने पर 1980 करोड़ रुपए खर्च करेगा। रेलवे बोर्ड के निर्धारित मापदंड के अनुसार इन यार्ड में ले आउट और आधुनिक उपकरण रहेंगे। ढंके हुए शेड और अन्य सहायक सुविधाओं के साथ इनमें तकनीकी विशेषज्ञ काम करेंगे। गुड्स रैक का परीक्षण अपेक्षाकृत कम समय में तो होगा ही साथ ही ज्यादा से ज्यादा रैक एग्जामिनेशन कर लोडिंग के लिए उपलब्ध कराना संभव होगा।