भोपाल. राजधानी के नेवरी में पुलिस और सेना के जवानों के लिए कॉलोनी का निर्माण किया गया है। इस कॉलोनी का निर्माण IPS संजीव सिंह के प्रयासों की वजह से हुआ था। साल 2020 में संजीव सिंह का आकस्मिक निधन हो गया। कॉलोनी के लोगों ने उनके प्रयासों को याद करते हुए एक श्रृद्धांजली सभा का आयोजन किया। इसमें उनकी एक प्रतिमा का अनावरण किया गया। कॉलोनी के रहवासियों ने मिलकर फैसला लिया है कि इस कॉलोनी का नाम दिवंगत आईपीएस संजीव सिंह के नाम पर रखा जाएगा।
कई कल्याणकारी काम किए: साल 1997 में संजीव सिंह ने पुलिस अधीक्षक भोपाल का कार्यभार संभालते ही विभिन्न कल्याणकारी कार्य शुरू किए। जिनमें दुर्घटना बचाव वाहन, प्रत्येक व्यक्ति का निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण, पुलिस कर्मचारियों के बच्चों को खेल-कूद में स्किल्ड बनाकर पुलिस एवं सेना में भर्ती हेतु योग्य बनाना। इसके अलावा पुलिस कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद आवास निर्माण के लिए भू-खण्ड उपलब्ध कराना।
पत्नी के हाथों कराया अनावरण: संजीव सिंह ने तत्कालीन कलेक्टर इकबाल सिंह बैंस की मदद से सरकारी परमिशन की समस्या का हल कराया। इसके बाद सभी को आसान किस्तों में लोन उपलब्ध कराए गए थे। इसी का आभार जताते हुए कॉलोनी के रहवासी का कॉलोनी का नाम संजीव सिंह के नाम पर रख रहे हैं। आज ये भोपाल की चर्चित कॉलोनियों में से एक है। रहवासियों ने मिलकर संजीव सिंह की मूर्ति स्थापित करने का संकल्प लिया था। आज आईपीएस की पत्नी ज्योति सिंह ने प्रतिमा का अनावरण किया।