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भोपाल. मध्य प्रदेश में अब नए पुलिस महानिदेशक (DGP) के नाम को लेकर चल रही कवायद खत्म हो गई है। सरकार ने सुधीर सक्सेना (Sudhir Saxena) के नाम पर घोषित रूप से मुहर लगा दी है। उन्हें डीजीपी बनाने के लिए केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस मध्य प्रदेश बुलाया गया है। विवेक जौहरी DGP के पद से रिटायर हुए और उन्होंने सक्सेना को चार्ज सौंपा। पीएचक्यू पहुंचकर उन्होंने पदभार ग्रहण किया। चार्ज लेने के बाद नवागत के डीजीपी सुधीर सक्सेना ने कहा कि स्मार्ट पुलिसिंग, टेक्नोलॉजी पर उनका जोर रहेगा।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे सक्सेना: गौरतलब है कि 4 मार्च को मध्य प्रदेश के डीजीपी विवेक जौहरी (Vivek Johri) रिटायर्ड हो गए हैं। इससे पहले मोती लाल नेहरू स्टेडियम में डीजीपी जौहरी का परेड द्वारा अभिवादन किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जनवरी 2022 में पंजाब दौरे के दौरान हुई सुरक्षा में चूक के मामले की जांच का जिम्मा सुधीर कुमार सक्सेना को सौंपा गया था। सक्सेना केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर कैबिनेट सचिवालय में सचिव सुरक्षा पद पर पदस्थ थे। उन्हें पुलिस महानिदेशक बनाने के लिए राज्य सरकार ने सेवाएं लौटाने का अनुरोध केंद्र सरकार से किया था, जिसे मान्य करते हुए दो मार्च को केन्द्र सरकार ने सेवा लौटाने के आदेश जारी किए गए थे।
वरिष्ठता के आधार पर की नियुक्ति: गृह विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सक्सेना की नियुक्ति वरिष्ठता के आधार पर की गई है। उनसे वरिष्ठ अधिकारी 1986 बैच के पुरुषोत्तम शर्मा हैं, लेकिन वे निलंबित हैं। इस वजह से फिलहाल पुलिस महानिदेशक बनाए जाने की पात्रता नहीं रखते हैं।
ये है सर्विस का सफर-
- ग्वालियर के रहने वाले हैं।