आलीराजपुर. जिले की जोबट विधानसभा सीट (Jobat Assembly Result) पर उलटफेर हुआ है। कांग्रेस से बीजेपी में आई सुलोचना रावत (Sulochana Rawat) ने जीत दर्ज कर ली है। सुलोचना चौथी बार जोबट से विधायक (MLA) बनी है। उन्होंने 6120 वोट से बीजेपी के महेश पटेल (Mahesh Patel) को हराया। बीजेपी में पैराशूट लैंडिंग के बाद सुलोचना का क्षेत्रीय नेताओं ने विरोध किया था। लेकिन आखिरी समय में बीजेपी ने डेमेज कंट्रोल करते हुए कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगा दी।
नोटा तीसरे नंबर पर
जोबट विधानसभा सीट पर 7 सात उम्मीदवार मैदान में थे। इस उपचुनाव में कांग्रेस की सुलोचना रावत को 68 हजार 752 वोट मिले हैं। जबकि कांग्रेस के महेश पटेल को 62 हजार 672 वोट मिले। इस सीट पर तीसरे नंबर पर NOTA रहा, नोटा को 5 हजार 603 लोगों ने चुना। साथ ही भारतीय ट्राइवल पार्टी (Bhartiya Tribal Party) के सरदार हमाल सिंह परमार को 3 हजार 56 वोट मिले हैं। समता समाधान पार्टी के दलसिंह दवार को 2634, दिलीपसिंह भूरिया को 2839, मोहन सिंह निंगवाल को 973 वोट मिले।
BJP का नो रिस्क फॉर्मूला
जोबट में बीजेपी इस बार रिस्क नहीं लेना चाहती थी। इसलिए बीजेपी ने पूर्व विधायक माधव सिंह डामर (Madhav Singh Damar) की जगह सुलोचना को टिकट दिया। माधव सिंह 2018 में कांग्रेस की दिवंगत विधायक कलावती भूरिया से 1 हजार 338 वोट से हारी थी। जबकि उस बार सुलोचना के भतीजे विशाल रावत (Vishal Rawat) ने भी निर्दलीय चुनाव लड़कर कांग्रेस को बड़ा नुकसान पहुंचाया था। इधर, कांग्रेस से टिकट मिलने की उम्मीद खत्म होता देखकर सुलोचना बीजेपी में शामिल हो गई थी। हालांकि, बीजेपी के नेताओं ने इसका विरोध किया था लेकिन बीजेपी अपने नेताओं को मनाने में कामयाब रही।
सुलोचना का पॉलिटिकल करियर
सुलोचना 25 साल से सक्रिय राजनीति में है। उन्होंने पहली बार कांग्रेस के टिकट पर 1996 का उपचुनाव जीता था। इसके बाद वह 1998 में दोबारा विधायक चुनी गई। 2008 में वह तात्कालिक बीजेपी विधायक माधवसिंह डामर को हराकर तीसरी बार विधायक बनी थी। हालांकि, उन्हें 2003 और 2018 के विधानसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था। यह विधानसभा सीट कांग्रेस की कलावती भूरिया के निधन के बाद खाली हुई थी।