संजय गुप्ता, INDORE. मेट्रो के रूट को लेकर पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन ने खुलकर मोर्चा खोल दिया है। मेट्रो की तकनीकी टीम के अधिकारी जीएम केसी चौहीन, टेक्निकल डायरेक्टर अजय कुमार और रेलवे के परशुराम व अन्य अधिकारियों के पास भी उनके कई तीखे सवालों के जवाब नहीं थे। इसके बाद महाजन ने साफ कर दिया है कि यदि मेट्रो का रूट नहीं बदला और हेरीटेज बिल्डिंग के बचाव का रास्ता नहीं निकाला गया तो वह धरने पर बैठ जाएंगी। बदले हुए रूट को लेकर महाजन ने इस बात पर भी हैरानी बताई कि आखिर किस तरह से जनप्रतिनिधि भी इसके लिए तैयार हो गए हैं। पूरे मामले में उन्हें किसी ने भी विश्वास में ही नहीं लिया। उधर मप्र शासन सितंबर 2023 में चुनाव के पहले कम से कम पांच किमी के हिस्से में मेट्रो दौड़ाकर दिखाना चाहती है, जिससे विधानसभा चुनाव में बड़े मुद्दे के तौर पर भुनाया जा सके।
एमजी रोड को लेकर सबसे ज्यादा विवाद
मेट्रो ट्रेन के लिए शहर की सबसे व्यावसायिक व्यस्ततम सड़क एमजी रोड पर एलिवेटेड मेट्रो ले जाने की योजना है। इसे लेकर ही सबसे बड़ा सवाल महाजन ने उठाया है कि जब पहले तय हुआ था कि यहां अंडरग्राउंड ले जाएंगे तो फिर अब एलिवेटेड क्यों लेने की योजना बनी। अभी रिंग रोड, सुपर कॉरिडोर पर जहां एलिवेटेड मेट्रो रूट बन रहा है, वहां दोनों ओर पतरे लगाकर काम हो रहा है। ऐसे में बाकी सड़क की चौड़ाई कम होने से ट्रैफिक जाम होता है। वहीं एमजी रोड पर तो चौड़ाई ही कम है, पतरे लगाकर काम चलेगा तो पूरा ट्रैफिक ही जाम रहेगा। कोठारी बाजार, खजूरी बाजार की ओर तो और भी कम जगह बचेगी। उन्होंने एलिवेटेड को एमजी रोड की जगह सुभाष मार्ग से ले जाने की बात कही।
राजवाड़ा, गांधी हॉल को खतरा
अधिकारियों से महाजन ने पूछा कि राजवाड़ा और गांधी हाल के कितने पास से मेट्रो निकलेगी। इस पर अधिकारियों ने उन्हें बताया कि राजवाड़ा से चार-पांच मीटर और गांधी हाल आठ मीटर दूरी पर। इस पर महाजन ने तीखी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि फिर मेट्रो के कंपन से क्या यह विरासतें बचेंगी? इसका जवाब अधिकारियों के पास नहीं था।
एमडी नहीं आए मिलने
मेट्रो को लेकर महाजन ने एमडी निकुंज श्रीवास्तव को ही पत्र लिखा था। उन्होंने 14 अक्टूबर को आकर बात करने के लिए सहमति दी थी, लेकिन उन्होंने तकनीकी टीम भेज दी। अब महाजन ने कहा है कि वह उनसे बात कर मेट्रो को लेकर अपनी बात रखेंगी।