GWALIOR. कथावाचक,ब्राह्मण और बागीश्वर धाम के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणियों के कारण विवादित और चर्चित बीजेपी के निष्कासित नेता प्रीतम लोधी लगातार पिछड़े वर्ग की रैलियां कर बीजेपी और सरकार को चुनौती दे रहे हैं। अब उन्होंने ग्वालियर में बंदूकों के साथ अपने समर्थकों की विशाल रैली करके नयी चुनौती दी है। दशहरा मिलन समारोह के नाम पर आयोजित इस दशहरा मिलन समारोह में उन्होंने अपने समर्थकों के साथ शपथ दिलाई कि वे न अन्याय सहेंगे और न करेंगे।
ग्वालियर में हुआ यह आयोजन
लोधी ने अपने समर्थकों का यह सशस्त्र प्रदर्शन ग्वालियर में किया। उन्होंने अपने गांव जलालपुर के नजदीक स्थित तलवार वाले हनुमान मंदिर के पास स्थित मैदान में किया। उन्होंने पिछड़ा वर्ग के बैनर पर आयोजित इस आयोजन को दशहरा मिलन समारोह नाम दिया था। इसमें ऊके ज्यादातर समर्तहक अपनी बंदूकें लेकर आये थे जिन्हे परेड की स्टाइल में कतारबद्ध ढंग से खड़ा किया गया था। इसमें प्रीतम लोधी ने इन्हे शपथ दिलाई।
बंदूक के साथ शपथ
इस मौके पर लोधी ने ग्वालियर में एक बार फिर अपनी ताकत दिखाई। उन्होंने दशहरा मिलन समारोह में उनके समर्थक हवा में बंदूकें लहराते हुए दिखे हालांकि स्वयं लोधी के हाथ में बन्दूक नहीं थी । यहां प्रीतम लोधी मंच से अपने संबोधन में उन्होंने सभी समर्थकों को बन्दूक के साथ शपथ भी दिलाई कि जिसमें वे कहते नजर आ रहे हैं कि न तो अत्याचार देखना है न ही सहना है।
बोले- कोई लाइसेंस नहीं होगा रद्द
रैली के शुरू में उनके समर्थक अपनी बंदूकों को लहराने में संकोच करते दिखे तो मंच से उन्होंने गरजते हुए कहा कि - घबराओ नहीं शान से बंदूक उठाओ, एक भी लाइसेंस सस्पेंड नहीं होने दूंगा। इसमें प्रीतम मंच पर मौजूद थे और नीचे मैदान में उनके बड़ी संख्या में समर्थक हाथों में बंदूकें और तलवार लेकर मौजूद थे। इस मौके पर लोधी ने अपने समर्थकों को शपथ भी दिलाई कि न अत्याचार करेंगे न ही देखेंगे और सहन तो बिल्कुल भी नहीं करेंगे । इसके बाद सैकड़ों समर्थक एक साथ हाथों में तलवार व बंदूक लेकर हवा में लहराते हुए दिखाई दते हैं। अपने सम्बोधन में प्रीतम लोधी उनको यह भी कह रहे हैं कि किसी का भी लाइसेंस निरस्त नहीं होगा। होगा तो मैं वापस बनवा दूंगा।
लोगों से बोले सरकारी मंच बड़े लोगों को ही मिलते हैं
लोधी ने पीछा वर्ग के युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहाकि सरकारी मंच बैठने के लिए किनको मिलते हैं ,आप सब जानते हैं। सरकारी मंच बैठने के लिए सर्फ बड़े लोगों को ही मिलते हैं और हमारे यहाँ बड़े लोग होने का मतलब क्या होता है ? हम सब जानते हैं।
शिवपुरी के वायरल वीडियो से चर्चित हुए थे लोधी
ग्वालियर निवासी बीजेपी के नेता और पिछोर सीट से बीजेपी की टिकिट पर चुनाव लड़ चुके प्रीतम लोधी दो माह पहले तब अचानक चर्चा में आ गए थे जब शिवपुरी जिले में वीरांगना अवन्ति बाई के बलिदान दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम में कथावाचकों के खिलाफ बोलते हुए उनकैक वीडियो वायरल हो गया था। बाद में बागीश्वर धाम के कथा वाचक धीरेन्द्र शास्त्री द्वारा उनको लेकर की गयी टिप्पणी और फिर लोधी द्वारा दिए गए जबाव ने प्रदेश में भूचाल ला दिया था। विवाद बढ़ने के बाद बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया।
निष्कासन के बाद और मुखर हुए लोधी
बीजेपी द्वारा निष्कासित किये जाने के बाद लोधी पर प्रदेश के अनेक थानों में आपराधिक केस दर्ज हुए लेकिन वे चुप होने की जगह न केवल और मुखर हो रहे हैं बल्कि प्रदेश भर में पिछड़ा वर्ग की बड़ीं - बड़ीं रैलियां आयोजित करके बीजेपी को लगातार चुनौतियां दे रहे हैं।
पिछड़ा वर्ग संगठन और भीम आर्मी का समर्थन
अपनी टिप्पणियों के बाद लोधी भोपाल जाकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष से भी मिले थे और माफ़ी भी मांगी थी। इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें निष्कसित कर दिया तो उसी दिन आंबेडकर पार्क जाकर उन्होंने दलित और पिछड़ों की लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया था इसके बाद भीम आर्मी और पिछड़ा वर्ग संगठन भी उनके समर्थन में आ गया। इसके बाद उन्होंने पूरे प्रदेश में पिछड़ों को एकजुट कर रैलयां आयोजित करने की शुरुआत की।
बढ़ती लोकप्रियता से बीजेपी भयभीत
प्रीतम लोधी की सभाओं में उमड़ रही पिछड़े वर्ग के लोगों ,खासकर युवाओं की भीड़ से जहाँ एक ओर प्रीतम का उत्साह बढ़ता गया और वे प्रदेशभर में रैलियां कर बीजेपी और सरकार को चुनौती देते घूम रहे हैं। उधर सरकार और बीजेपी डरी हुई है। अनेक थानों में एफआईआर के बाद भी उन्हें गिरफ्तार करने की हिम्मत नहीं कर पा रही है।
जिसका प्रीमत के समर्थकों ने कड़ा विरोध किया था। BJP के इस एक्शन के बाद प्रीमत के समर्थन मंे OBC और भीम आर्मी के सदस्य उतर आए थे। इसके बाद फूलबाग पर बाबा अंबेड़कर पार्क से प्रीतम ने लड़ाई का ऐलान किया था।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वीडियो
अब तक प्रदेश के अलग -अलग इलाकों में भीड़ बरी रैलयां करने के बाद अब प्रीतम लोधी ने ग्वालियर में बंदूकों के साथ दशहरा मिलन समारोह का आयोजन किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस मामले में फिलहाल पुलिस ने चुप्पी साध रखी है , कोई भी किसी तरह की प्रतिक्रिया देने को तैयार नहीं है।