संजय गुप्ता. INDORE. इंदौर में जनवरी-फरवरी 2021 में भूमाफिया दीपक मद्दा (जैन) से मुक्त कराई गई हिना पैलेस और श्रीराम गृह निर्माण संस्था की 500 करोड़ मूल्य की तकरीबन 20 एकड़ जमीन पर जिला प्रशासन सुराज कॉलोनी विकसित करेगा। इस जमीन पर 850 प्लॉट गरीबों को रियायती दरों पर प्लॉट उपलब्ध कराए जाएंगे। कॉलोनी का खाका खींचकर कलेक्टर मनीष सिंह ने मंजूरी के लिए सरकार को भेज दिया। मंजूरी मिलने पर यह जिले की पहली सुराज कॉलोनी होगी।
खजराना में है जमीन, डेढ़ साल पहले मुक्त हुई थी
ग्राम खजराना के 33 खसरों की 19.548 एकड़ जमीन को 1987-88 में अतिशेष न घोषित करते हुए श्रीराम गृह निर्माण संस्था को सशर्त अनुमति दी थी। लेकिन संस्था ने शर्तों का उल्लंघन करते हुए गैर सदस्यों को जमीन बेची। आवासीय कॉलोनी के लिए कोई अनुमति नहीं ली। वहीं 6.133 हेक्टेयर जमीन दीपक जैन उर्फ दीपक मद्दा, जितेंद्र धवन उर्फ हैप्पी, राजीव धवन जैसे जालसाजों को औने-पौने दाम पर बेच दी। कलेक्टर द्वारा अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेडेकर द्वारा कराई गई जांच के बाद पूरी जालसाजी सामने आ गई।
कलेक्टर लगा चुके खरीदी पर रोक
नगर निगम और नगर तथा ग्राम निवेश कार्यालय ने अनुमति पर रोक लगा दी है। कलेक्टर से अभिमत लिए बिना कोई रजिस्ट्री नहीं होगी। जो प्लॉट गरीब व कमजोर वर्ग के लोगों को मिलना थे वह अब जिला प्रशासन सुराज कॉलोनी के रूप में उपलब्ध कराएगा। इसीलिए हिना पैलेस को सुराज कॉलोनी करने की सिफारिश प्रमुख सचिव राजस्व, आयुक्त राजस्व भोपाल, आयुक्त इंदौर संभाग को भेज दी गई है।
21 हजार एकड़ पर विकसित होगी सुराज
स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेश में वंचित आवासहीनों को आवास उपलब्ध कराने के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने जन आवास योजना लागू करते हुए कहा था कि माफिया से मुक्त कराई गई भूमि पर गरीबों के लिए सुराज कॉलोनियां विकसित होगी। इसके लिए 21 हजार एकड़ चिह्नित की जा चुकी है।
850 को मिलेंगे प्लॉट
मौके पर साढ़े आठ लाख वर्गफीट जमीन है, जिसमें से पांच लाख जमीन पर प्लॉटिंग हो सकती है। गरीबों को 600 वर्गफीट तक के प्लॉट दिए जाते हैं, यानि करीब 850 प्लॉट मिल सकेंगे।
माफियाओं ने संस्थाओं से हड़पी जमीनें
खजराना की लगभग 25 एकड़ जमीन पर इस कॉलोनी को वैध किया गया। इसमें से लगभग 15 एकड़ जमीन दीपक जैन ने श्रीराम गृह निर्माण संस्था से हड़पकर शामिल कर ली। वहीं लगभग 8 एकड़ से अधिक जमीन वैभवलक्ष्मी रियल एस्टेट की शामिल की गई, जिसके कर्ताधर्ता जितेन्द्र और राजीव धवन हैं। यह जमीन इन्होंने शताब्दी, टेलीकॉम और हरियाणा गृह निर्माण संस्थाओं से हड़पी।
मद्दा ने कौड़ियों के भाव खरीदी है जमीन
अपर कलेक्टर बेडेकर द्वारा की गई जांच में सामने आया है कि मद्दा ने यहां पर छह हेक्टेयर जमीन की खरीदी मात्र 1.60 करोड़ रूपए में बताई है, जबकि उसी समय गाइडलाइन कीमत तीन करोड़ से ज्यादा थी। इसके अलावा यहां गुरूकृपा एसेस रियल एस्टेट आशीष गोयल ने पौने तीन हेक्टेयर जमीन डेढ करोड़ में, सिमॉन डेवलपर्स संदीप अग्रवाल ने पौने तीन हेक्टेयर जमीन पौने नौ करोड़ में ली, मोमेमन्टम जीआरपी प्रालि हरविंदर सिंह ने 10 हैक्टेयर जमीन 3.41 करोड में और वीपीए सिविलकान प्रालि विमल टोडी ने डेढ़ हेक्टेयर जमीन साढ़े आठ करोड़ में ली।